जो कभी हमसे दिल खोलकर बाते किया करती थी,
आज कल वो दिल रखने के लिए भी बाते नही करती ...-
होठों पर मोहब्बत के अनकहे फ़साने छोड़ जाता है
वो फिर मुलाक़ात के कुछ बहाने छोड़ जाता है...-
कहीं फिसल ना जाऊँ तेरे ख्वाबों में चलते चलते...
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रहीं हैं..-
डर जाना कभी-कभी मुनासिब ही लगता है..
जिंदगी कोई कहानी थोड़ी है...
जो मोड़ पे खत्म मान ली जाए..-
तू खुद की खोज में निकल,तू किस लिए हताश हैं..
तू चल ,तेरे वजूद की समय को भी तलाश है..
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दोस्त चाहिए एक आपके जैसा।।
जिससे शब्दो में ही बन जाए दिल का रिश्ता।।-
हमारे दरमियाँ जो गलतफहमियां हैं,
उनको सुलझाने की इक दफा और कोशिश कर आते हैं।
तुम हमें बेशक आजमा लो,
हम फिर से किस्मत को आजमा लेते हैं।-
बात कहने की होती अगर तो कह भी देते
बात तो समझने की थी जिसमें तुमने वक्त लगा दिया
मौके तो हमने भी दिए और वक्त ने भी
तब तुमने कदर न की उस वक्त की और अब इल्जाम किस्मत पर लगा दिया
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राहे-मुहब्बत में अक्सर एसा भी मोड आता है
जिससे उम्मीद ना हो वो ही दिल तोड जाता है-