💐💐Part:३ उसका जनाजा 💐💐 मैं जब भी उठा मुझे उसकी याद आयी हरबार की तरह आज भी उसकी याद आयी मगर अब किसे बया करे ,हम अपने दिल का दर्द, कल गई वो डोली में,और आज अर्थी के साथ आए है
हर दिन कुछ मैं नया सीखता हूँ , कभी क्रूरता तो कभी दया सीखता हूँ। हर दिन...✍ कभी नफरत कभी मया सीखता हूँ , कभी खामोशी तो कभी बयां सीखता हूँ। हर दिन...✍ कभी बेहया तो कभी हया सीखता हूँ, हर दिन कुछ मैं नया सीखता हूँ।