ज़रा सी ऊंची आवाज़ अब अहंकार पर चुभ सी जाती है,
पर दूध ना पीने पर माँ की मार आज भी दुलार ही लगती है!-
25 JUL 2018 AT 21:19
8 JAN 2022 AT 14:33
🌺 बड़े बाबू 🌺
काले करतूत के बड़े बाबू
तृष्ण ख़्वाब सजा रखें हो
अलबत्ता नहीं काली छाया की
जितना माहौल बना रखें हो
बहुतायत चले इस डगर पे
वक्त जकड़न मुक्तिपाने का
आओ तुझे नहला दे अब
आंखों के इस आमृत धारा से
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28 NOV 2020 AT 17:25
बड़े दिल वाले दिल बड़ा होना का कभी गुमान नहीं करते.... वो मदद तो करते हैं, पर कभी अभिमान नहीं करते ....।
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23 APR 2022 AT 20:27
आई हु मैं झुकाने इस ज़माने को
महफिलों के रंगत को धुएं में उडानेको
भूल गए है नारी की शक्ति
फिर लौट आई हु भक्ति करवानेको
नसीबोंके पन्नो को फाड़ के
सौदा अपने जज़्बातों का करके
दिल को दफ़नाके
उम्मीदों को मार के
चाहे कितनी भी विपत्ति क्यों ना आये
मुश्किलों से करके सामना
आई हु मैं जिंदगी का क्लेश मिटाने को
आई हु मैं जीतका तिरंगा फिर लहराने को ।।-