Renu Vivek   (© Renu Rathore)
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Joined 25 March 2018


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Joined 25 March 2018
23 NOV 2024 AT 21:23

कहकशां में तारे बहुत पर कुछ कमी सी है
जन्नत की ज़ीनत सी है पर कुछ कमी सी है

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23 NOV 2024 AT 20:37

कुछ खाली पन्ने और अजब सूरते हाल
हाथों में कलम औ जहन में आते ख्याल

क्या कहें अब!!!

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19 JUL 2024 AT 12:34

यहां कौन नहीं काटता जड़ें

हम बताओ किस-किस से लड़े 

अकेले आए थे अकेले ही रहेंगे

धोखा ही धोखा रिश्तो के झमेले बड़े 

फिर भी हिम्मत रख हार नहीं मानेंगे

कोशिश जारी रखेंगे चाहे कितनी मुश्किलें पड़े

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11 JUN 2024 AT 10:39

मन का तहखाना खाली हो
एक चिंगारी मुसलसल सी
इसमें थोड़ा फर्क है
कि एक उम्मीद का राशन हो
और हो इश्क़ की मोहलत भी
ये लाईलाज मर्ज है

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3 MAY 2024 AT 9:40

डर लगता है वीराने से
भरी भीड़ में बेगाने से
वो चहकती सुबहें मेरी
वो गाती सी शामें मेरी
चिल्लाती सी दोपहरें कहें
वो पुराना गांव मुझे लौटा दो

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9 APR 2024 AT 10:36

भेड़ चाल में चले जा रहे
सब तो धूप में जले जा रहे
ईर्ष्या से सपने बुने जा रहे
फूलों पर कांटे चुने जा रहे

अपनी अपनी फिकर पड़ी है
अपनी मुश्किल बहुत बड़ी है
सत्ता की मय सर पे चढ़ी है
पैसे की भूख आन खड़ी है

दूजा क्या है न कोई मतलब
कोई किसी का नहीं यहां अब
मतलब के संगी साथी हैं सब
सब देख दुखी हुआ अपना रब

कि कैसे सब बस मरे जा रहे
सब भेड़ चाल में चले जा रहे
ईर्ष्या से सपने बुने जा रहे
फूलों पर कांटे चुने जा रहे

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1 APR 2024 AT 2:18

Got up in the middle of the night.
Dreams scare me with blurry eyesight.
A pinch of dawn will bring the light.
Until then I'm sitting with my plight.

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1 APR 2024 AT 2:09


Sleep like dead

It's night, but a bit dark & bright.
Nightmares are like hanging sprite.
Not able to blink my eyes, it's sad.
Really, I want to sleep like dead.

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13 MAR 2024 AT 21:20

तारीफ़ तुम्हारे लफ्ज़ों में
इश्क़ ए अंदाज़ आंखों में
देख दिल बाग़ बाग़ हो गया
सुकुं मिला ज़रा खुश हो लें

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11 FEB 2024 AT 21:31

कितने दिन बीते, दीदार बिन तेरे,
बेताब नज़रों से, इंतज़ार में तेरे।।😌
बैठे हैं राहों में, कि अब सजन आओगे,
फोन पूछता है ये, क्या आज भी न बोलोगे।🤔
तन्हाई गायेगी, तुम्हारी आहटों के राग से,
हसरतों की हथेलियां, खुश हो गुलपनाग से।।😬
दिल के राज़ खोलेंगे, आज तुमसे बोलेंगे,
माफ़ी कहो तो मांगेगे, जो कहोगे सुनलेंगे।।🫡
सजन तुमको मनाएंगे, जी भर रिझायेंगे,
अरमान अपने सारे, तुम पर निकालेंगे।।🤗
कितने दिन बीते, और कब तक चुप रहोगे,
फोन पूछता है ये, क्या आज भी न बोलोगे।।🫢
सोच में है डूबा दिल, अब तुम मान जाओगे,
ख़ामोशी को तोड़ोगे, आज शायद बोलोगे।।😀

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