Swapnil Gupta 13 MAR 2018 AT 23:30 कलम में दर्द ना हो तो,शब्द फीके पड़ जाते हैं - दीप शिखा 21 FEB 2019 AT 15:40 तमाम रंग फीके हो गए उस कालिख के सामने,स्याह रात में भेड़ियों ने जो उसके मुंह पर मला था ! - आकाँक्षा जीवन की♥️♥️ 3 MAR 2020 AT 2:45 रंग होली के हैं फीकेयदि पास मोहन नहीं।गीत होली के अधूरेपास यदि मोहन नहीं।बिन श्याम होलीबैरन लागे रे सखी।हमसे ना गाए जाएंगीत खुशी के रे सखी।ये रंग ये गुलालसब बेरंग से लगे ।बिन हमारे श्याम के,होली बेढंग सी लगे। - Swapnil Kshirsagar 11 NOV 2019 AT 22:36 आगे बढ़ गए तुम,इतने फीके पड गए हमना रही कोई मुस्कुराहट, ना रहा कोई गम । - दीप शिखा 7 JUL 2018 AT 6:19 बेनूर सी जिंदगी, तमाम रंग हैं फीकेपत्थर हो गए हम, पत्थरों से वफा करके - Shrayus Shrivardhan Saxena 11 JUN 2017 AT 19:19 खैर, अब जो पसंद आही गया है तुम्हे कोई तो यूं नज्में-गजलें बिन इज़ाजत लिखनातुम पर मुनासिब लगता नहीं,बेवज़ह तुम्हारे महबूब फीके पड़ जाएं मुझे ये कोई रंगमंच लगता नहीं !! - Purnima Joshi 28 JUN 2020 AT 13:26 नज़रों का क्या है,नज़रों में तो अच्छे नज़ारे भी कभी - कभी फिके पड़ जाते है। #1_कोशिश - Aayu Pathak 29 MAR 2021 AT 17:43 तुम्हारा यू कहना की अब होली के रंग फीके हो गए,तूने ये नहीं सोचा इंसानों के बदले रंग ओर मिजाज रंगीन हो गए - Arun.. 🙏🙏 25 OCT 2019 AT 16:44 आजकल, फीका सा है सबकुछ..फीकी फीकी सी चाय, और, फीके फीके से हम तुम.. - Archana sharma 13 DEC 2021 AT 17:10 माना की आज तेवर मेरे थोड़े तीखे थे,लेकिन वो इतने दिनों की जो चीख दबा रखी थी नाउस से तो फ़ीके थे। -