जाने देना!
जो किसी ने तुम्हारा दिल दुखाया हो
और बदले में तुमने किसी और का..
जाने देना!
हर उस बात को
जो रिश्तों को कमज़ोर करती हो..
जाने देना!
हर उस एहसास को
जो मन को मैला रखता हो..
और कस के पकड़ लेना!
उन लोगों को
जिनके सामने तुम बेझिझक खुलते हो..
जिनके आगे तुम हँस सकते हो
जिनके आगे तुम रो सकते हो
जिनके आगे तुम जो हो वो रह सकते हो..
जाने देना हर उस चीज़ को
जो खुशी न महसूस कराये..
कभी-कभी जाने देना ही सही होता है
जैसे दिन जाने देता है सूरज को
ताकि जब अँधकार छाये
तो चाँद बन कोई उग आये आसमाँ में
और कर दे रोशन मन का हर कोना!!!...-
जो चाहते हो!
अगर वो आसानी से मिल जाये
तो तुम उसकी क़दर भी नहीं करोगे,
शायद इसलिये मुश्किलें लिखी है उसने तुम्हारी तक़दीर में
ताकि जब तुम्हें चाँद नसीब हो
तो उसकी रोशनी तले
तुम खुद को मुकम्मल महसूस कर सको।...-
चाँद देखोगे!
तभी तो पता चलेगा
चाँदनी क्या होती है।
तभी कोई उम्मीद की किरण
तुम्हारी रूह से निकलके
इस सृष्टि में मिल जायेगी
और फिर देखना एक दिन
तुम और ये सृष्टि एक हो जायेगी!!!-
कुँए के मेंढ़क ने टर्र-टर्र करने के अलावा कुछ न जाना
वो जिसने समँदर लाँघा मौन हो गया।...-
असल में हमें किसी के जाने से फ़र्क नहीं पड़ता,
वो हमें कैसा महसूस कराते है उससे फ़र्क पड़ता है।...-
आख़िर में
सौ ग़लत झूठ
सच को दबोच लेते है।
लेकिन वो भूल जाते है
की किये हुए कर्म
लौट के आते है।
किसी की आत्मा सताओगे
तो कहीं-न-कहीं तो भुगतान करना पड़ेगा।-
अकेले रहो! चाँद से बातें करो..
उसकी रोशनी तले
अपने हर अँधकार को मिटाओ।
डर की आँखों में आँखे डाल,
उसे उसकी जगह दिखाओ।
खुद पे विश्वास रखो!
मंज़िल की औऱ नया क़दम बढ़ाओ।
जो ख़्वाब पीछे छूट गये थे
उन्हें फिर से गले लगाओ।
अपने सामर्थ्य पे,
न तुम कोई प्रश्नचिन्ह लगाओ।
सारे सवालों का ज़वाब तुम हो!
बस खुद को सँभालना है तुम्हें..
जो भी हो बेहिसाब हो,
बस थोड़ा दूर और चलना है तुम्हें!!....-
कुछ चीज़ें हमारे हाथ में नहीं होती
फिर भी हारा हुआ महसूस होता है
तमाम कोशिशों के बावजूद..
क्यूँकि जरूरी ये नहीं
की आपने कितनी मेहनत की
या कितना सब्र रखा
जरूरी है आख़िर में result क्या रहा!!!-
Problems, problems, and problems… perhaps they’re just life’s way of sharpening our strength and spirit...
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