बस एक तुझसे ही अब हम रुबरु नहीं हो पाते
यू तो तुम्हारी पुरानी तस्वीरों से हम रुबरु हर रोज़ होते है।।-
28 JUL 2021 AT 23:27
18 SEP 2019 AT 11:49
स्कूल के गलियारें में टगी,
अपनी वही पुरानी तस्वीर ढूढ़ता हूँ।
अपनी क्लास में जाकर,
वही पुरानी पीछे वाली सीट ढूढ़ता हूँ।।
-
3 MAY 2021 AT 20:13
पुरानी तस्वीरों में
सूरत शक्ल भले ही अच्छी ना हो
पर वो दिन बहुत अच्छे थें।-
6 OCT 2018 AT 20:47
आज वो अपनी पुरानी तस्वीर लेने आए थे!!
जैसे मेरी रूह को मेरे शरीर से अलग करने आए थे !!!-
26 MAY 2021 AT 23:11
तस्वीरें तेरी
एक मीठा सा दर्द दे जाती हैं
चाशनी सी वो आवाज़
मेरे कानो में कुछ जैसे कह जाती हैं
सिन्नी
-