हाँ, मुझे डर लग रहा है,
छोटे बच्चे हैं मेरे, अर्धांगिनी भी बीमार है
पर मैं यहाँ सड़कों पर खड़ा असामाजिक तत्वों से लड़ रहा हूँ...
(कैप्शन में पढ़ें)
-दिशा-
💔😢💔😢💔😢💔
उसकी होशियारी को उसकी अदा समझ बैठा
ओ तो मुखौटा लगा बैठी थी
जिसे मैंने अपनी आँखों का नशा समझ बैठा
💖💖💖
-
डर लगता हैं,
अब नए मुलाकातों से,
दिलचस्प भरी बातो से,
एक नई किस्से की शुरुवात से।
डर लगता हैं,
जी भर कर हँसने से,
खुल कर रोने से,
यादों के तड़पाने से।
डर लगता हैं,
पलट कर फिर से देखने से,
कदम आगे या पीछे रखने से,
एक बार फिर से भरोसा करने से।— % &-
हकीकत से आँख मिलाने वाला अब
सपनो से डरता है.....
वक़्त- बेवक्त काम आने वाला अब
अपनों से डरता है......
-
दिल की बात न जाने क्यों डर लगता है,
और जो तुमसे न कहें तो किसी काम में दिल ही नहीं लगता है!-
#डरलगताहैं हर इंसान से ऐ मेरे दाता। हर बुद्ध, हर कृष्ण, हर ईशु, हर पैगंबर से कई गुणा ज्यादा बन बैठा हैं इंसान, ईश्वर भी एक क्षण सोच में होगा कि सृष्टिकर्ता और सृष्टि मे क्या फर्क होगा। #डरलगताहैं उस इंसान से जो माने अपने को ईश्वर से ज्यादा मगर डरते हुए हर क्षण जीता हैं।
-
"बेबस सी है जिंदगी
हँसने - खेलने का दिखावा करती
अंदर से सहमी हुई सी है ज़िन्दगी "-
डर तो हर किसी को है लागता,
तो हम क्यू इससे भागते ।
डर तो है मन का भ्रम,
तो हम क्यू इससे डरते ।-