उसकी मोहब्बत में मेरा यार बहुत तड़पता है। दिन रात निकलते आँसू वो ख्वाब में डूबा है। आकर उनकी राहों में वो उन्ही की बात करता है। वो दिख जाए एक नजर यही खुदा से फरियाद करता हैं
कुछ कद्र की भी बात है यूं तो सब आम रहते हैं जिनकी कद्र करली जालिम वही सरेआम कहते हैं चलो माना वो हमसे खफा ही रहते हैं खुद आकर दो चार बात क्यों नहीं कह देते हैं