सोम मंगल बुध गुरु शुक्र या शनि
अजी ना! इश्क़ तो इतवार सा चाहिए।-
ना मिलता सुबह को सुकूँ है
ना आता शाम को आराम है,
ज़िंदगी जीने में हम भूल गए
की ज़िंदगी जीने का नाम है।-
💐💐 शुभ गणेश चतुर्थी 💐💐
दूर हुआ अंधियारा मिट गए सारे कलेश,
लेकर आये प्रसन्नता प्यारे बप्पा गणेश ।-
तुम कहो तो चाँद - तारे तोड़ लायें
इस तरह की झूठी बातों में ना आयें,
इश्क़ को ज़रूरी है बस इक इश्क़
दिल से पहले अपना दिमाग लगायें।-
थोड़ा थोड़ा कर के ही सही, सजाते हैं
आओ मिलकर मकाँ को घर बनाते हैं।-
भारत की आज़ादी का मिलकर जशन मनाते हैं
किसी के आँसू तुम पोंछो किसी को हम हँसाते हैं।
- डॉ. निशीथ चन्द्र-
गलती उसकी थी और गलत हम हुए,
इस ग़लतफ़हमी में कितने रिश्ते ख़त्म हुए।-
"परिवार"
कभी कभी ही मिलते हैं
पर एक दूजे के दिल में बसते हैं,
नहीं गयी दुआ कोई भी ऐसी
जिसमें अपनों को याद ना करते हैं,
सुख में शायद ना आ पायें
पर दुःख में कभी ना पीछे हटते हैं,
फिक्रमंद तुम हुए वहाँ पर
यहाँ आँसू सबकी आँख से बहते हैं,
निःस्वार्थ निश्छल ऐसे बन्धन को
इस जग में " परिवार " कहते हैं।-