जब भी मैं ओढ़नी लाल चुनरी वाली ओढूं,
सामने दीदार बस तेरा हो।
झुकी रहेंगी पलकें, मन में बस नाम तेरा हो।।-
चेहरा तो चमकाएंगी,
जुल्फें तो संवारेगी,
आजकल की लड़कियां,
जो चुन्नियां नहीं ओढ़ती हैं,
चूल्हे पर रखा हुआ दूध,
किस से पकड़कर उतारेंगी..
©drVats-
चुनरी चढ़े तो देवी की
चादर चढ़े तो मौला की
क्या खूब धर्मो की कहानी हैं
लाल चुनरी मंदिर में
तो हरी चादर दरगाह पर
चढ़ानी हैं।-
बिखरे अरमानों को वो समेटे रहती है वो चुनरी में,
जालिम जमाना उससे वो चुनरी छीनना चाहता है ||
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सितारों से टकी चुनरी ओढ़ा कर तूने
मुझे आगोश में जो ले लिया
ऐसा लगा मानो सितारों भरा आकाश
मेरे नाम कर दिया-
भाल पर सिंदूरी दमक
कलाइयों पर चूड़ियाँ खनक
पाँव पर पाज़ेब लिपट
ये लो संवर गयी मैं
स्वाभिमान की चुनरी ओढ़ी
अब तो और निखर गयी मैं-
मोरा रंग पिया क्यों बदला बदला
तू क्यों पूछे मैं बतलाऊं कैसे
मेरे हिया की उलझन सांवरे
तू क्या पूछे तोहे समझाऊं कैसे
राग रंग सब हुए पछोही
ले मन हुआ मोरा विदेही
गिरहें अलकों की रूठ गयी
वदन से मैं इनको सुलझाऊँ कैसे
कोरी चुनरिया , पिया की बावरिया
रंगी धानी रंग हाय न लजाऊं कैसे-
➿👰...मोहब्बत में चुनरी के रंग...👰➿
इस चुनरी में जब तक तेरी मोहब्बत के रंग का दाग़ ना लग जाएँ ये चुनरी अधूरी हैं..........!
Devoted to love
Asna
3/September/2019-
तेरे माथे पर बालों का आना,
तेरी चुनरी का बार बार तेरे कंधों से फिसलना,
और फिर तेरा रुक रुक के उन्हें समेटना।
तेरा दीवाना बना देता है मुझे, तेरा दीवाना।-