मन्दिर, मस्ज़िद, चर्च के फ़साद में फँसकर रह गया,
इंसान बनकर आया था, धर्म बनकर रह गया।
- साकेत गर्ग-
तुम यूं न करो इशारे
मैं तुम्हें पसंद नही करती।
खामखां इश्क़ के चक्कर में
तुम्हारी हड्डियां टूट जाएगी देखो।-
शायद, पृथ्वी, सूर्य के चक्कर
किसी अन्वेषण के लिए लगाती होगी।
क्या चक्कर पूरा करने के साथ
उसका अन्वेषण भी पूरा हो जाता होगा?
या एक अन्वेषण, दूसरे अन्वेषण
की शुरुआत बनता होगा?-
// "मुहूर्त" //
इंसान पैदा होता है बिना "मुहूर्त" के
जीवन भर "फंसा" रहता है "शुभ मुहूर्त" के चक्कर में
और एक दिन "प्राण त्याग" देता है बिना "मुहूर्त" के-
अपने चक्कर के चक्कर में
उसने हमें ही बनाया घनचक्कर
पर चले जहां 'प्रभु' का चक्कर
वहां हर किसी का चक्कर
हो जाता रफूचक्कर-
पेड़ लगाओ, पानी बचाओ, प्रकृति बचाओ
आज कल के चक्कर में वक़्त मत गंवाओ।-
"प्रणय की पावन परिणिति परिणय है"
अतः जिनकी शादी हो जाती है....उन्हीं का प्यार प्यार है........अन्यथा चक्कर😂😂😂😂😂😂😂
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