वाह-वाही कमाने की ज़रूरत नहीं ..
“ कर्म अच्छा हो तो नाम खुद-ब-खुद होगा।”-
कभी आसमान की छत
शरीर पर चिपकी मैल की परत
हर रोज दम तोड़ते मासूम से सपने अनगिनत
सड़कों पर निर्ममता से होता बचपन हत
वो याद आता नौ माह का सबसे सुरक्षित विगत
अश्रुओं की धार बहती नहीं, बस झाँकती रहती पलकों से अनवरत
वो भूख पेट की, ममत्व की, लगी रहती है सतत
कभी चीखकर अपनी माँ पर जरा हो आना उस जगत
तब माँ की डांट लगेगी नैमिषारण्य और अपकर्म लगेगी तुम्हारी अपनी हरक़त-
✍️"बखान - स्वीकृति की गुहार "
मुख मृदुल, मितभाषी मित्र! मत मारो मन स्वीकार करो।
हो बेहतर, हम जान चुके, चलो आओ संग इज़हार करो।
मन अच्छा है ज्ञान भरी, यह उत्तम आपका संसाधन है।
रखें इसे आगे ऐसा ही जो इनकी बहुत कम उत्पादन है।
दिल में ज़रा न बैर है तन से उत्तम चरित्र से शोभित हैं आप।
मिलनसार हैं बेहतर लिए हुनर, कर्म से लिखते गीत हैं आप।
अगर कहूँ तो प्रारंभ से ही आप मुझसे संलग्न रहे हैं अब तक!
शिद्दत भरी जिम्मेदारियाँ घर की खूब निभाते रहे हैं अब तक!
हो सुन्दर आपका भविष्य और आपकी मेहनत उसे सदा सजाए रखे।
सब रहें अच्छे से घर में सभी आपके कदमों से कदम भी मिलाए रखें।
आपका नाम "तौसीफ़" बड़ा खास है खुद में गहनता लिए हुए अर्थ।
दिखता भी तो है आदत से तो प्रमाण की जरूरत नहीं; यह है व्यर्थ।-
# 28-03-2022 # गुड मार्निंग # काव्य कुसुम #
# वृद्धजन # प्रतिदिन प्रातःकाल 06 बजे #
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वृद्धजनों की उपेक्षा नहीं उनका सम्मान करना चाहिए।
आदर-सत्कार, आज्ञा पालन के साथ गुणगान करना चाहिए।
वृद्धजनों के सपने बालू दीवार की मानिंद ढहने न पाये -
उनके सपने सच करने को स्वार्थ का बलिदान करना चाहिए।
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✍️"आप सबके लिए "
खुदा करे आप सब के बढ़ते कदम सलामत रहें!
मेहनतकश बनकर आप सभी नए इतिहास रचें। 🙌...🍇
अच्छे लोगों से आपका परिचय हो, आप भी महान व गुणवान बनें।
सबके लिए दिल में हो नेक विचार, सबको प्रेरित करें, गुणगान करें। 🙌...✍️
बाधाओं से उलझने की, हिम्मत से लड़ने की,
सब्र रखने की काबिलियत से सुसज्जित हों आप! 🙌...🍇
मदद करने की, समझने की, प्यार करने की,
कर्तव्य से न मुकरने की बेहतरीन मूरत बनें आप! 🙌...✍️
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✍️🎀🐾"फूलों ने भौंरों की ज़िन्दगी संवारा --- दान पुण्य" 🐾🎀
🍊...🍇...🐾
हुआ नहीं था सांझ अभी तो था ही सबेरे।
करके भौंरे गुणगान समां में जान बिखेरे!
व्यस्त दिखे वे आज उन्हें कई फूल थे घेरे!
चकित रह गए इंसान, रहे इर्दगिर्द जो मेरे!
🍇...🙌...🍎
भौंरे जो थे परेशान उन्हें रसपान था करना!
आ गई उनमें जान, लगे मुस्कान बिखरना।
फूलों का यह दान बना सम्मान था उनका।
बची जिंदगी आज बना वरदान था उनका।
🖐️...🍇...🎀
राह खड़े घंटों इंतज़ार करना क्या कम था!
फोकट में मिला उन्हें भोजन वह अहम था।
देकर अद्भुत दान, बनकर भूखों का सहारा।
आज इन फूलों ने भौंरों की ज़िन्दगी संवारा।-
सांझ की ढ़लती सी तन्हाई में
उङता उङता एक ख्याल आया
क्यों तुम याद आये सबाल आया
हाँ चुन लिये तुमने तुम्हारे रास्ते
प्यार है कुर्बान फ़र्ज के वास्ते
कर्ज ओ फर्ज का होता गुणगान
प्यार की महत्ता नही बताता कोई पुराण
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🎀🐾✍️"गुणवान मित्र"🎀🐾
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न पूछिए काबिलियत बातें सुनने का!
काबिल हैं वो तभी तो संभाल पाते हैं।
🎀🐾🎀
उत्तर देकर लोग तो मसले भी बड़े खड़े करते हैं।
पर शांत हैं वे भले ही मौके ऐसे हर साल पाते हैं।
🐾🎀🐾
बहुत अवसर आए जब उन्होंने दिखाए हमें कि
कम पंक्तियों से वृहद अर्थ वह निकाल पाते हैं।
🎀🐾🎀
पीछे भागना, हार मानना उन्हें पता कहाँ है तभी
रहस्यों व गंभीर विषयों पर प्रकाश डाल पाते हैं।
🐾🎀🐾
अद्भुत है उनकी सोच; नहीं करते वो कभी संकोच!
जाहिर है इसी वजह से जेहन में नए सवाल लाते हैं।
🎀🐾🎀
अच्छा है जो इतने काबिल हैं वो दबाव में होकर तभी
मन में इतने तल्ख़ सवालों की फेहरिस्त पाल पाते हैं।-