आज बात करता हूँ तेरे कान में लगे उस झुमके की
क्या कहूँ, दिखने में तो बड़ा हसीन लगता है
पर सच कहता हूँ, तुझ पर सजा हुआ और भी प्यारा लगता है
To be continued..-
बहुत ही ख़ास हो तुम मेरे लिए
नादान दिल की
हर आवाज़ हो तुम मेरे लिए
जैसे नक्श तराशी हो किसी शौकिया हथेलियों ने
वैसी सुंदर लेखन की पयाम
एक खूबसूरत तस्वीर हो तुम मेरे लिए-
एक बार आईने में खुद को मेरी नज़रों से देख लेना
इतने बरसों बाद भी उतनी ही ख़ूबसूरत हो इस बात को तुम समझ लेना-
जहाँ मैने तारे देखे, मेरी रात बस वहाँ थी,
उसका ठिकाना था जहाँ, मेरी महफ़िल बस वहाँ थी,
उसके मुझे चाहने या न चाहने से, मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता,
लेकिन,
इतना पता है कि उसके साथ होने से ही मेरी ज़िंदगी रवाँ थी...-
खूबसूरत मिसाल हैं।
तू नूर हैं तू कमाल हैं।
तेरे कहने की देर हैं साकी।
तेरे कंगन पे जां निसार हैं।
गीत बारिशों सा गुनगुनाती।
तेरी झांझर भी बेमिसाल हैं।
डसे जा रहे लहरा कर मुझे।
तेरी जुल्फ़ें हैं या बवाल हैं।
घायल किया एक झलक से।
क्या गज़ब का ये जमाल हैं।
क्या कुबूल हैं ये तोहफ़ा तुम्हें।
अब 'धानी' का ये सवाल हैं।-
किसी शायर का प्यार होना चाहतीहूँ ।
उनके कलम का राज़ होना चाहतीहूँ ।
जिनका हर एक लब्ज जो मेरे लिये हो
में उनका खूबसूरत ख्वाब होना चाहतीहूँ ।-
मेरी एक गलती की सजा तुम कितनी बार दोगे,
मैं कोई गुलाब नहीं,
जो खूबसूरत होने की सजा में कांटे हजार दोगे।-
जिंदगी खूबसूरत है
जब तक एक खामोश मूरत है
सुननी हो गर दिल की बात
तो मौन की जरूरत है-