प्रियांशी प्रज्ञा 30 JUN 2021 AT 14:58 लोग उस जगह को बदनाम गली कह रहे थेऔर मुझे वहां उमड़ा हर "शरीफ" बदनाम लग रहा था - Ramesh Kumar 26 JUN 2017 AT 10:51 कल कोठे पर चाँदनी ठहरी हैआज हर घर... ईद दीवाली है - Abhishek Kamboj 10 JUL 2017 AT 20:06 रोज़ जलती है, रोज़ मरती हैतवायफ़ जो ठहरीकोठे की चारदीवारी में चंद पैसों की ख़ातिर, वो रोज़ बिकती है - Bindu Tiwari 12 NOV 2018 AT 19:41 कोठे में जा बैठी थी वो घुंघरू पहन केआँसू बांध लिए थे अब उसने सब्र के। - Tarun Vij 10 SEP 2018 AT 15:26 ना कोठे होते, ना तवायफ होती।अगर इंसानों में, वफाएं होती।। - औघड़ 14 SEP 2020 AT 15:29 कहां तो चिरागों की लौ की खातिर लड़ने पड़ेकहां तो इश्क की उम्र में कोठों पर धरनें पड़े - Jitendra Yadav 12 NOV 2018 AT 9:38 सिल लिया है मैंने अब,खुद़ से अपने होठों को..खुशियाँ मिल गयीं हैं अब तो,वीरान पड़े हुए कोठों को..! - Arfan Khan 23 DEC 2017 AT 23:10 रोज़ सजते है जो कोठो पे हवस के नश्तर,हम दरिंदे ना होते तो वो माँए होती ...!! - Lass pass 10 SEP 2020 AT 16:47 kimat समान की hoti हैChahe घंटे के 200 हो या 500 - राहुल सम्राट 24 JUL 2021 AT 8:57 बेचकर खुद को आस्तित्व न बेचो...खुद की नज़र में उठ जाओ... ज़िन्दगी ए दहलीज़ पर लकीर न खींचों। -