इश्क़ को रुह में बिखर जाने दो
इन नशीली आंखों का नशा
आंखों में उतर जाने दो-
तेरे और मेरे दरमियां
जिसके लिए मैंने खूद को बदल दिया
तू चाहत हैं या दिल की बेचैनी
ये तो नहीं पता मुझें😌
लेकिन तेरी चाहत में मैंने फिर से जीना शुरू कर दिया...-
किस बात से खफा हो बस इतना बता दो
वजह जान कर हम खुद को सजा देना
चाहते हैं-
कुछ तो है
कुछ तो है जो
हो जाता हूँ मजबूर
देखने को वो फ़िल्म
सुनने को वो गाना
कुरेद जाता है जो
दिल को मेरे अंदर तक,
कुछ तो है जो
कर जाता हूँ वो सब
तेरी तड़प में जानां
चीख़ता है ये दिल
तुझे पाने की प्यास
बढ़ती हर याद के साथ,
कुछ तो है जो
हर वक़्त सामने है तू
हक़ीकत में ना सही
सपनों में आज भी
बहुत आती है तू
घायल करने को मुझे
उसी हसीन अदा के साथ।-
रात की सरगोशियों से, तुम ओस सी पिघलती हो
मैं सुबहों का आशिक, तुम बन धूप निकलती हो
(अनुशीर्षक में पढ़े)-
सोचती हूँ कुछ आरज़ुऐं बाक़ी रह जाऐं
खुदा से दुआओं में माँगेंगे क्या ।।👐
सोचती हूँ कुछ ख्वाब अधूरे रह जाऐं
रातों में नींदों में देखेंगे क्या ।।🌙
सोचती हूँ कुछ बातें अधूरी रह जाऐं
अगली मुलाकात में बोलेंगे क्या ।।🙇
सोचती हूँ कुछ किस्से अधूरे रह जाऐं
कलम से अपनी लिखेगें क्या ।।🖋-
तेरे मेरे दरमियां .... अनकहा सा
जो खींचे मुझे तेरी ओर एक अनजानी सी डोर
खुशियांँ मेरी तेरे पहलू में आकर मिलती ...
अनकहा सा रिश्ता बिन डोर बंधे-
कुछ तो है,
जब तेरी तरफ देखता हूँ, दिल की धड़कन तेज हो जाती है ।।
कुछ तो है,
जब तुझे किसी और के साथ देखता हूँ, दिल तड़प जाता है ।।
कुछ तो है,
मेरे दिल मे तेरे लिए,
जो तु समझ नहीं पाती और मैं कभी समझा नहीं पाता ।।
कुछ तो है,
जो तु सुन नहीं पाती, मेरा दिल कह नहीं पाता ।।
बस कुछ तो है,
जो कभी पुरा हो नहीं पाता....-
कुछ तो ज़रूर रहा
होगा तेरे मेरे
दरमियां,
नहीं तो ऐसे अंजाने
लोग दिल के
बीमार नहीं
होते,
किसी कहानी का
इंतज़ार होगा
ज़िंदगी
को,
नहीं तो एक-दूसरे
के हम इतने
तलबगार
नहीं
होते,-
हम दोनो के दरमियान
बिना बोले ही समझ लेते हैं हम
एक दूसरे को कितने अच्छे से
एक दूसरे से होते नहीं हम
कभी खफा
क्योंकि एक दूसरे में बसती है
हमारी जान
जबसे तुम आए हो जिंदगी में मेरे
जैसे जिंदगी लगने लगी
जन्नत से भी ज्यादा खूबसूरत हमे-