मुहब्बतों में मिलके ऐसा कोई काम करें,
सारी दुनिया हमारे प्यार को सलाम करे।
मैं तेरे प्रेम में कैलाश पर चली जाऊँ,
तू मेरे इश्क़ में दरगाह का एहतराम करे।
हम मिलें ऐसे जैसे गंगा जमना मिलती है,
उसी तहज़ीब से फिर इश्क़ सरेआम करें।
ज़िन्दगी की वसीअतों का फ़ैसला कर लें,
मैं तेरे नाम करूँ और तू मेरे नाम करे।
तेरे मेरे न दरम्यान रहें ये रस्में,
ऐसा अल्लाह सबब बनाए, ऐसा राम करे।
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