💔door hoon par door nahi💔
ए दिल क्यों सोचता रहता है हर वक़्त सिर्फ उसी के बारे में,
जिसे तेरी कदर ही नहीं
कसूर उसका नहीं तेरा ही रहा,
उसने तो कभी ना कहा था
इस कदर टूट कर मोहब्बत कर ले मुझसे,
गलती तूने की है सजा का हकदार भी तू ही है
उसे कसूरवार बनाना छोड़ दे, जिस तरह उसने तुझे छोड़ा।
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