निश्छल होकर भी कैसे,
दुनिया को जीता जाता है।
कैसे सुमधुर शब्दों से भी,
शत्रु हृदय घबराता है।।
चला काल का मृत्यु बाण अब,
प्राणों को संग चलना होगा।।
अंतस व्याकुल है सबका,
अब हृदय वह्नि को जलना होगा।।-
Dil bechara
Aao phir chaar kadam or sath chalenge
Raat lambi hai to kya,khwaab bunenge.
Tumhe hasati hai na meri nadaniyan
Ye sab to bahana hai, hum ese hi rahenge.
dur kanhi us aasma mai ek khwahish hai
Tut kar taron sa gira to milkar chunenge.
Suno bahot si batien hai,bas kuch der or
baithe raho karib,hum bhi takte rahenge.
Or haan tumhari hasi se hasin kuch nahi
haan Kai dafa kaha hai ye or kehte rahenge.
Beshak zindagi ne alag kar dena hai magar,
Us paar bhi hokar besabra intezaar karenge.-
" मालूम है मुझकों ..... "
है ग़म मुझें भी तेरे बिख़र जाने का,
मगर है क्या ये जरूरी, मालूम नही मुझकों,
ना बचा हूँ ख़ुद में मैं भी बिल्कुल मामूली सा,
मगर कुछ बचा भी है तुझसा, मालूम नही मुझकों,
साँसें रेंगती है सिर्फ़ जिस्म जिंदा रखने को,
मगर रूह बाक़ी भी है मेरी, मालूम नही मुझकों,
हर तरफ़ नज़र आता है इश्क़ तेरे हिस्से का,
मगर ख़ाली मेरा हिस्सा भी है, मालूम नही मुझकों,
आँसू गिरते है आँखों से तेरा ख़्वाब जाने तक को,
मगर दर्द अब भी ताज़ा है मेरा, मालूम नही मुझकों,
खो चुके हो वक़्त के साथ हर तरह के रिश्ते को,
मगर उस पार तुम मेरे हो, मालूम है मुझकों......!!-
Sins🎸
Just let yourself be my guitar & tunes too
For I can't help falling in love with you
Take my hand, take my whole life too
And I will become presley forever for you-
अगर "वसुधैव कुटुम्बकम" का नारा हमारा न होता,
तो आज यह पाकिस्तान तुम्हारा ना होता।-
जिता दिया उन्होंने,,,,
हिंदुस्तान को....
झुका दिया उन्होंने,,,,
मुगलों के अभिमान को...
वो कहलाते तो हैं,,,,
अंतिम राजा हिंदुस्तान के....
पर सब जानते हैं उनको,,,,,
राजा पृथ्वीराज चौहान के नाम से.....|-