love all the Shade's of life just
like a rainbow!-
एको अहं,द्वितीयो नास्ति,न भूतो न भविष्यति🕉️हरी🕉🙏️|
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अविरल पथ पर यूँही,
चलता चला गया.....
कश्ती का मुसाफिर हूँ,
बस यूँही बहता चला गया....|-
ये दुनिया एक झमेला हैं
कहीं गम तो कहीं मेला हैं!
कहीं अपनो को खोना,
तो कहीं अपनो को पाना हैं!
कहीं अश्को भरी रातों का पहरा,
तो कहीं उगते सूरज का तराना हैं !
कहीं जलते हुए रेगिस्तान का तराना
तो कहीं एक बुद पानी ही अफ़साना हैं!
कहीं दुनिया एक हकीकत हैं,
तो कहीं एक अफ़साना ही तराना हैं !-
कभी - कभी हाल वो भी पूछ लिया करते हैं
अपनो का,
जो अपना बनने के काबिल नही !-
दुनियां मे सबसे ख़ूबसूरत जगह,
माँ की गोद,
और पिता की छाँव हैं!
और इनकेे लिए या इनके प्यार के लिए
कोई एक दिन न तो था,
और न ही कभी होगा !
क्यूँकी माँ पापा तो पूरी जि़दगी होंते हैं
और इनके प्यार से ही पूरी हमारी ज़िन्दगी होंती हैं!-
“ मनमोहक दृश्यो मे,
अब घुधली सी सुबह होने लगी ¦
न जाने क्यूँ...,
रातो को भी रोशनी अब दिखने लगी ¦
तर बतर हुई जि़दगी ,
अब सिमटने लगी ¦
न जाने क्यूँ....,
अचानक साहिलो पर भी ,
तुफा अब दिखने लगे ” !-
“अल्फाजो में बया करू,
तो उम्र कम पड़ जाये !!”
“कागज पे कलम से उकेरू
तो शायद स्याही कम पड़ जाये !!”
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