तितली बनकर आसमान में उड़ने का जुनून रखती हूं
मैं हूं लड़की इस दुनिया में कुछ बनने का सपना बुनती हूं
चाहे कितनी ही मुश्किलें आए रास्ते में मैं उनसे लड़ने की ताकत रखती हूं
मैं हूं एक लड़की मैं कुछ बनने की इस दुनिया में चाहत रखती हूं
माना में शरीर से कमजोर हूं लेकिन मैं दुनिया से लड़ने की हिम्मत रखती हूं
मैं हूं एक लड़की मैं कुछ बनने की इस दुनिया में ख्वाहिश रखती हूं 👸🏼-
किसी तितली 🦋 ने डस लिया था मुझे,
अब खैरियत पूछने नागिन 🐍 आती हैं..!!-
कुछ सपने जो मेरे आँखों में कैद थे,
चंद अल्फ़ाज़ों ने उन्हें आजाद कर दिया !!
तितली बन कर फिज़ा में उड़ती फिरूँ,
इसलिए पूरा आसमान भी मेरे नाम कर दिया !!
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खोल दे पंख अपने और उड़ जा आसमानों में,
इक पिंजरे से हुआ आज़ाद परिंदा है तू..
तेरे अरमान और उनसे जुड़ी उम्मीदें
जो अब भी बाकी हैं तुझमें,,
तो हाँ बेशक़ आज भी ज़िंदा है तू||
बिखेर दे रंग अपने दुनिया पर,
खुद को तू रंग-बिरंगी तितली बना दे..
जो जलते हैं ख्वाबों से लोग तेरे,
तो बन कर नदी अपनी धारा से
उनको कहीं दूर बहा दे||
अपनी खुशबू से छूकर,
हर इंसान की सोच को महका दे तू..
पिंजरे में बन्द रहने से
उड़ना आज भी नहीं भूला,
ये आज हर एक को दिखा दे तू||
खोल दे पंख अपने और उड़ जा आसमानों में,
इक पिंजरे से हुआ आज़ाद परिंदा है तू..
तेरे अरमान और उनसे जुड़ी उम्मीदें
जो अब भी बाकी हैं तुझमें,,
तो हाँ बेशक़ आज भी ज़िंदा है तू||
-sirfiri
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बाग की सब तितलियां आएंगी ढकने ये बदन
आओ तुम बे-पैरहन होकर के मेरे सामने।।-
कैसे बताऊँ तुम्हे केे.....
तुमसे कितना प्यार मैं करता हूँ
बस उन लम्हों को याद करके
तुम्हे मिस्स्स कर लिया करता हूँ!-
भटकती हुई तितली सी थी मैं,
तुम मिल गए मुझे अपना ठिकाना मिल गया..-
Uske pyar me titali si udati firti hu
Phool hi phool khil gaye mujhme....-
एक बचपन का जमाना था
हर पल खुशियों का खजाना था
चाहत चांद को पाने की थी
दिल तितली का दीवाना था
कहा आ गए इस समझदारी के दौड़ में
वो बचपन ही कितना प्यारा था।
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