एक दिन मेरी तरह...वो भी तडपेगी,
रोयेगी तस्वीर मेरी...सीने से लगाकर
एक दिन वो...रौशनी को भी तरसेगी,
जो जश्न मना रही है...मेरा घर जलाकर।
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Or kuch logon ko ahsaas hi nhi hota ki hum unse baat karne ke liye kitna tadap rahy hote hain , jabki o acchi tarah jaante hain ki hum unke begair kitne tanha hain...💔😕
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दिन तड़प कर है गुजरा...
शाम में भी बेकरारी है...
मोहब्बत ने खेल ऐसा खेला...
कि मुझ पर अब हर रात भारी है...-
वक़्त रहते ख़ुद को संभाल लीजिये
इश्क़ में ना ख़ुद को बेहाल कीजिये
ये इश्क़ मोहब्बत सिर्फ एक धोखा है
अपने दिल से इश्क़ निकाल दीजिये
ग़म के साथ मुस्कुराना भी जरुरी है
रोकर ज़िन्दगी का ना ज़वाल कीजिये
हमारे अपने को हमारा प्यार चाहिए
अपनों का भी थोड़ा ख़्याल कीजिये
हमने क्या गलत और क्या सही किया
सबसे पहले ख़ुद से सवाल कीजिये
इतनी प्यारी ज़िन्दगी हमें मिली है
नाम रौशन कर के कमाल कीजिये-
वो पानी और मैं मछली,
उन्ही से बुझती थी मेरी प्यासे।
बस इसलिए नब्ज़ पर हाथ रख रख कर,
रोक दिया करते थे वो मेरी साँसे।-
Tumhari nazrain jise dhoond rahi He na janab
Woh tumhari galiyon ke raaste bhool gaye-
Mera marna ye qismat ki baat nahi
Mohabbat ka zahar deke us ne mara he-