स्वयं में छिपा अर्थ स्वार्थ, जग में समाया अर्थ स्वार्थ
खुशियों की वजह में भी स्वार्थ, जगत के कल्याण के लिए भी स्वार्थ।-
28 SEP 2020 AT 11:12
17 JUN 2020 AT 17:10
हम लेखक भी कितने स्वार्थी से होते हैं
किसी के दुख तो कभी किसी अप्रिय घटना में
अपनी कहानियां तलाशते रहते हैं।-
22 DEC 2020 AT 10:32
घृणा
इंसान को स्वार्थी बना देता है
प्रेम
इंसान को निस्वार्थ बना देता है-
21 APR 2021 AT 10:30
Breaking News...
बच्चों के स्कूल से ही फैल रहा है कोरोना।
वो तो नेताओं की चुनावी रैलियाँ हैं जो ...
वैक्सीन का काम कर रहीं।।😌-
22 MAY 2021 AT 15:15
गलती नीम की नहीं
कि वो कड़वा है
खुदगर्जी जीभ की है कि
उसे मीठा पसंद हैं...-
21 DEC 2020 AT 15:46
उसे सब कुछ कहना है..
मुझे तो बस उसे सुनना है..
स्वार्थी बन गई थी जिंदगी..
साथ नहीं दे पाऊँगी तेरा..-
4 APR 2019 AT 1:03
Roya nahi jo sath kabhi
Milega wo aaj bhi muskra kar
Thoda swarthi hai to kya hua
Murega tujhko he pith dikha kar-
25 MAY 2020 AT 16:40
हूं अगर स्वार्थी तो इसमें गलत क्या है
जी रही हूं थोड़ा अपने लिए
इसमें सबको कष्ट क्या है।-