बार बार मोमबत्तियां बर्बाद करने से बेहतर है,
सिर्फ एक बार कुछ गोलियां बर्बाद कर लीं जाएं ।।-
क्यों सहम,
जाता है हर बाप....
शाम ढले बेटी को,
घर के बाहर भेजने से.....
क्योंकि बचाना,
चाहता है वो बेटी को,
इंसानी चेहरे में,
छुपे दरिंदे से.....
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मार दो बेटियों को कोख में ही तो अच्छा हो
ओढे वो दुपट्टा उससे पहले उसे कफन ओढा दो तो अच्छा हो
कभी गलती नहीं दिखी जमाने को दरिंदों की
अरे ये तो कहते है बच्ची को साङी पहना दो तो अच्छा हो
बेटी को जरा शाम जो हुई घर आने में तो डर लगने लगता था सबको
और अब वो दिन में भी ना निकले तो अच्छा हो
अरे उसे कैद में ही घुट घुट के जीना है तो
मार दो बेटियों को कोख में ही तो अच्छा हो
जिन्दा रहेंगी तो भी दुनिया उसे तानों से मार डालेंगी
अरे इस दुनिया को कभी दरिंदों की गलती दिखे तो अच्छा हो
*योगिता* सदियों से जलती आ रही है बहनें-निर्भया, असिफा, प्रियंका और मनीषा जैसे
कभी इनको जलाने वाला दरिंदा जो जले तो शायद कुछ अच्छा हो-
चलती हूँ, गिरती हूँ, उठती हूँ और खुद ही संभलती हूँ में,
लेकिन इस नासमझ दुनिया से फिर भी डरती हूँ में;
सपनो की और अपनो की सभी की बाते सुनती हूँ में,
कभी दुनियाभर के तानो से, तो कभी खुद से भी लडती हूँ में;
मरने का कोई खौफ नहि फिर भी ड़र ड़र के चलती हूँ में,
फूलों की गलियाँ छोड़ कर काँटो की डगर चुनती हूँ में;
दुश्मन मेरा कोई नहि, खुद से ही दुश्मनी करती हूँ में,
जो ख्वाब सजाकर रखे है, हररोज दफन करती हूँ में;
"नारी दुर्गा है, शक्ती है वो", दुनिया से तो ये सुनती हूँ में,
पर आजादी का हक नहि है, आखिर तो एक लड़की हूँ में ।
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आज बहुत दिनों बाद मेरा दिल ये सोच के रो.. पडा
के इतना सब कुछ होने के बाद भी...
हमारे इस पवित्र देश में...
अभी तक बलात्कार के संख्या में कोई बदलाव नहीं आया....-
अभी तबाही जारी है
कहते नहीं तुम
किसकी जिम्मेदारी है
मुंह में जबान नहीं रखते हो
या फिर कोई लाचारी है
हर सड़क पे खूं पडा़ है बिखरा
ना कोई पर्दादारी है
रहे नोच दरिंदे अस्मत को
खामोश सरकार हमारी है!
अभी तबाही जारी है।।
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She was not a PREY,to be hunted..
She was a girl,but you are no more a man..-
Pain,
Ask it from the parents who LOST their daughter just because of your few minute pleasure...
Ask it from the brother, who thinks he failed in keeping the promises which he gave to her sister at the day of Rakshabandhan..
Just change your mind psychology,
Clothes,movies,environment can affect your mind i agree with it, but they can never control your mind, so be a man stop seeing a girl as if she is only a toy to be played..
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क्या होता अगर एक चार साल की बच्ची अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकती,शायद ऐसा ही कुछ सोचती।।
कोशिश की है लिखने की,किसी को बुरा लगे तो छमा।
#read_the_caption..
Shaayad rape ek aisi cheez hai jiska dard shareer to kya aatma tak ko hota hai, yahi soch kar likha hai, please read it..
And give your valuable feedback..-