Tushar Gupta   (Inferno✍️)
904 Followers · 7 Following

Just a daydreamer😪😴 nd a nightthinker😈
Joined 15 October 2017


Just a daydreamer😪😴 nd a nightthinker😈
Joined 15 October 2017
26 MAY 2020 AT 20:57

When relatives start asking my result..

Le inner me..

-


18 MAY 2020 AT 20:15

मेरे सुधरने का इंतज़ार था उसे,
कमबख्त उसने कोशिश ही ना की।

-


14 MAY 2020 AT 21:48

When she comes out after getting ready..

She:- not that much time i think..

Le me(inside) 😂
Yeah

-


14 MAY 2020 AT 21:42

When relatives are about to go..
And start opening their wallet..

Le 14yrs of me..

-


29 SEP 2019 AT 13:09

फर्क उनके नब्ज़ और लफ़्ज़ में था साहब,
और वो कहते है,
एतमाद नहीं हमें उनके इकरार-ए-मोहब्बत का।।

-


24 SEP 2019 AT 23:03

वक़्त यूं ही बीत रहा था,
कुछ उनके दिल में था,कुछ मेरे।
हिचकिचाहट सी थी कुछ,
कुछ बेतुके से सवाल चल रहे थे
नज़रे दिलों का जायज़ा ले रही थी,
उन्हें भी सच पता था,हमें भी,
फिर क्यूं झिझक रहें थे हम
खोने का डर था,
या पाकर कहीं खोने का।।
नज़रें बार बार उनकी कुछ कह रही थी,
मानो पहल करने का इशारा हो,
फिर आख़िर हमने ही चुप्पी तोड़ी,
पहल की,सच कहा,
उन्होंने पलके झुकाई और चुप रही,
शायद हमें जवाब तो मिल गया था,
लेकिन कुछ और देर बैठा रहा,
क्या पता,आंखों का सच जुबां से अलग हो।।

-


14 JUL 2019 AT 1:53

क्यूं करता है खुद पर इतना घमंड,
इक दिन तो शहरे-ख़ामोश ही जाना है।
समझ ले इस सच्चाई को,
इक दिन तो ख़ाक में मिल जाना है।।
जो बीत गई वो भी ज़िन्दगी थी,
जो बची है उसे भी जीना है।
घमंड तो सिकंदर का भी था,
बीत गया,
शायद बारिश का महीना था।।

-


27 NOV 2018 AT 14:22

the first hi to new.
Fear sounds like,
the heartbreak from you..
Fear sounds like,
Trusting someone alot,
Fear sounds like,
Getting removed from their heart's slot.

Sometime it sounds,
Sometime it roars..
Making me remember,
My heart misses you more..

-


22 SEP 2018 AT 3:29

माना कोयला हूं साहब,
पर ना जाने कितने हीरे दबाए हैं ख़ुद में।
माना खोखला हूं साहब,
पर ना जाने कितने ख़्वाब तुड़वाए हैं मुद में।।

उठूंगा इक दिन उन हीरों को निकालने,
जिनकी चमक कोयले की कीमत बताए।
लेकर आऊंगा उस वक़्त को वापस,
जो रंग और रंगत का फ़र्क समझाए।।

-


24 JUL 2018 AT 20:44

मुझ को मत समझाओ,
समझ ना आती दुनियादारी।
हर किसी की क़ीमत होती,
बेच चले अपनी ईमानदारी।।
कैसे बचोगे, कब तक बचोगे,
रहोगे कब तक इंसान।
इंसानी इक चोगा पहनकर,
बेच चले अपना ईमान।।

-


Fetching Tushar Gupta Quotes