Akanksha Bharadwaj(ak$hu   (Akanksha Bhardwaj)
1.4k Followers · 844 Following

read more
Joined 15 February 2019


read more
Joined 15 February 2019
10 JAN 2022 AT 20:54

तुम्हारे बाल सफेद होने से लेकर
मेरे चेहरे पर झुरियां होने तक
सिर्फ हमारी उम्र का अंक बदल जायेगा
हमारी प्रीत का रंग
वो बढ़ते समय के साथ
और भी ज्यादा गहरा हो जायेगा






-


11 DEC 2021 AT 23:25

मेरा गणित तो
पहले से ही खराब था
मेरे करीब आकर
मेरी सांसों को नरम बनाकर
मेरी आंखो पर गुलाबी
प्रीत की परत चढ़ाकर
अपने प्रेम से मेरे रक्त को और भी
ज्यादा सिंदूरी बनाकर तुमने
मेरे हृदय का विज्ञान भी बिगड़ दिया है

-


7 DEC 2021 AT 10:05

घर से विदा होते वक्त
मैंने मां की आंखों को नहीं देखा
अपने आंसू अपनी
आंखों में समेटे और उन्हें
हमेशा बहने से रोका
मेरा हृदय कांपता है
उनकी रोती आंखों को देखकर
इसलिए आज भी
घर से लौटते वक्त
मैंने कभी पीछे मुड़ कर
मां को नहीं देखा

-


2 DEC 2021 AT 9:35

प्रेम को व्यक्त
करने के लिए
शब्दों की
अनिवार्यता नहीं
प्रेमी के अधजन्मे
सपनों को
उड़ान देना भी
प्रेम है !

-


19 NOV 2021 AT 21:24

Disturbance is medical or psychological problem when someone's body or mind is not working in the normal way

-


18 NOV 2021 AT 9:58

आज आपने पहली बार मुझसे
अपने प्रेम का इजहार किया था
आज का दिन मेरे लिए उतना ही
अकल्पनीय था जितना एक
पूर्ण रूप से सूख चुकी शाख पर
फिर से पुष्प उत्पन्न होना
एक दूसरे को अंगूठी पहना कर
आज हमने स्वयं से वादा किया था
कि हम उम्र भर एक दूसरे की खुशियों
और दुखों में बराबर की हिस्सेदार बनेंगे

-


12 NOV 2021 AT 10:11

आज फोन पर पहली बार
हम दोनों के बीच बात की शुरुआत हुई
थोड़ी हिचकिचाहट थोड़ी घबराहट थी
दोनों के मन में
फिर बातों का सिलसिला यूं ही बढ़ता गया
दूरियां नज़दीकियों में तब्दील हो गई
हम दोनों एक दूसरे को पूर्ण रूप जान गए
एक दूसरे की पसंद, नापसंद
इच्छाएं, सपने, व्यथा, सुख
सब पहचान गए

-


4 NOV 2021 AT 17:13

तुम्हारे आने से मेरे
जीवन में उजाले आए हैं
व्यथा के काले बादल
ठंडक देती बारिश लाए हैं
इंद्रधनुष सी रंगीन
लगने लगी दुनिया
जबसे आकाश के सारे
तारे तुमने मेरे लाल
चुनरिया मे सजाए हैं

-


31 OCT 2021 AT 10:24

आज इतिहास ने फिर स्वयं को दोहराया है
आज फिर एक साल बाद
यह दिन वापस आया है
जिस दिन से अपनी प्रेम कहानी
की हुई थी शुरुआत
नहीं जानते थे हम
एक दूसरे को तिल भर भी
बस तस्वीर देखी थी एक दूसरे की
उस दिन दिल मेरा बहुत घबराया था
जीवन का नया पड़ाव जो आया था...

-


8 OCT 2021 AT 16:05

तुम मेरे जीवन में आए तो बसंत के आने का एहसास हुआ
मैंने जब तुम्हें पहली बार देखा तो संगीत के साथ गर्जना करते हुए
बादलों का संपूर्ण आकाश में फैल जाने का एहसास हुआ
तुमने मुझे स्पर्श किया तो मौन बह रही हवा के साथ
आती ठंडी ठंडी बारिश की बूंदों का एहसास हुआ
तुमने मेरा हाथ थाम कर अग्नि के सात फेरे लिए
तो सूर्य की किरणों के साथ उभरे उस
सात रंग वाले इंद्रधनुष की चमक का एहसास हुआ
तुमने जब मुझे अपने हृदय में बसाया तो गीली मिट्टी से
आती भीनी भीनी खुशबू का मेरे जीवन में भर जाने का एहसास हुआ








-


Fetching Akanksha Bharadwaj(ak$hu Quotes