सारी नगरी हुई रंगीन,,दरश हुआ लाल का🙏
सारा जग भी हुआ कृतिवान ,जनम हुआ यशोदा लाल का🙏
अँखियों में तेज, जैसे रोशन सबेरा .......
दिल था बेचैन जैसे सदियों से था अकेला...
अरे मईया का हुआ भाग्य जागृ.....
घर आये नटखट नन्दलाल,कामना हुआ स्वीकार दरश हुआ लाल का.🙏🙏
AAkanksha
🙏 Jai shree krishna🙏
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