Shree_   (Shree)
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Joined 25 November 2018


Joined 25 November 2018
27 MAY 2020 AT 19:33

मिलने की ख्वाहिश वो करते हैं, जिन्हें बिछड़ने का गम न हो..
जो बने ही हो दूर होकर भी,एक दूजे के लिए, उन्हें फासलों से कैसा खौफ़..

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10 MAY 2020 AT 20:14

आज बारिश में कुछ पंक्षियों को उड़ते देखा,
ना बारिश से डर, ना आंधियो की फिकर..
बस अपने बच्चों तक पहुँचने के लिए ,
हर मुश्किलों से लड़ते देखा..

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16 APR 2020 AT 17:07

जब दिल से हार जाते हैं लोग, दर्द पन्नों में छुपा लेते हैं,...
लिखते हैं बेपनाह मोहब्बत और नाम किसी और का बता देते हैं....

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14 MAR 2020 AT 21:40

बहुत बुरी हूँ मैं...
क्या तुम मेरे साथ रहोगे?

(See caption)

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21 FEB 2020 AT 20:08

तुमने मुझसे प्यार किया.. पर सच्ची मोहब्बत तो हमनें किया था,
तुमने मेरे संग जिया.. पर तुम्हें अपनी जिंदगी तो हमनें दिया था,
तुमने बेशक साथ देने का वादा किया.. पर भरोसा तो हमनें किया था,
तुमने मुझे छोड़ दग़ा किया.. आखिर तुम्हें अपने दिल की सुनने का इजाज़त भी तो हमनें दिया था।

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8 FEB 2020 AT 18:28

जिंदगी से बेइंतहा नफ़रत करती रही
बेवजह जीना छोड़ लम्हे बर्बाद करती रही
आज जो मौत से मुलाक़ात होने को थी,
जाने कैसे जिंदगी से मोहब्बत हो गयी।

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1 JAN 2020 AT 19:54

बिन गलती के हम गुनेहगार बन गये
उन सारे सज़ाओं के हकदार बन गये
मैंने जो दो पल सुन ली अपने दिल की
लोग कहते हैं हम ज्यादा ही समझदार बन गये।

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17 DEC 2019 AT 17:03

वे टहनी पे लगे मुरझाये पत्ते... 🍂🍁
इस भीड़ में सबसे जुदा , सबसे तन्हा
कुछ स्थिर और खुद से खफ़ा सा रहता है...।
वाकिफ़ है वो भी अपनी खामियों से, फिर भी
एक उम्मीद के सहारे जिंदगी से लड़ता है...।

कभी पुछना...
उन मुरझाये पत्ते से उनकी आखिरी ख्वाहिश...
किस तरह वो पानी की एक बूंद को तरसता है...।
आज जो उसे जी भर के मिली है बारिशें...
अब तो वो हकिकत टूट बिखरने से डरता है...।

काश..
रहने देती कुछ पल झूठी तसल्लियों में ही उन्हें
पर जाने क्यों ये हवाएं भी कुछ बेवफा सा लगता है...।
चलो खत्म हो ही गयी ये जिंदगी आखिर, पर ये बारिश
अभी भी बूंद बन कर उनपर मोतियों सा चमकता है...।

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25 NOV 2019 AT 22:54

**परिंदो को शौख नहीं होता यू क्षितिज तक पहुँचने की,
पिजंरे तो वो तोड़ा करते है जिन्हें कैद रखा जाता है।**




(जिन्हें बेड़ियों से बांधकर रखा जाता है वो ही अक्सर उन्हें तोड़ कर राह भटकते हैं,
जिन्हें खुले आसमान में सैर करने की आज़ादी हो वो वापस लौट घर ही आते हैं। )

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13 NOV 2019 AT 20:56

Shree

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