QUOTES ON #SHAHAR

#shahar quotes

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16 NOV 2020 AT 21:53

कुछ इस कदर महँगे शहरों में,
ज़मीर उनका सस्ता पड़ गया....
की, बस में हमारे कुछ न रहा तो
यादों के रफ्तार को आहिस्ता कर दिया❣️❣️❣️

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4 APR 2020 AT 22:15

बड़ी अजीब है ये मेरी खयाली दुनिया, 💕

ख्वाबों का सफर खत्म नहीं होता, 💕

और कुछ पाने की चाहत कभी कम नहीं होती.💕

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11 AUG 2021 AT 12:00

_____ शायद _____

क्या बताए कितना नूर है,उनके चहरे पर
मेरे महबूब का,चांद रिश्तेदार है शायद!

कितने मशहूर है किस्से,हुस्न के उनके मत पुछो
मोहतरमा दिल्ली की,मीना बाजार है शायद!

उनके छुते ही बढ जाता है,तापमान जिस्म का
जरा देखो यार ,लग रहा मुझे बुखार है शायद!

ऐसे ही नहीं बढ रही शहर मे,तादाद आशिको की
उनका हैरत-ए-हुस्न इसका जिम्मेदार है शायद

वैसे तो "अश्क "अच्छा लिखा है हर शेर तुमने
इसलिए बेहतरीन गजल, तैयार है शायद!

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13 NOV 2018 AT 1:53

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2 JUL 2020 AT 9:45

"तेरे शहर से अच्छा मेरा गांव हैं"


पिता की बातें हैं, सच्ची ज़ज़्बातेँ हैं,
माँ के आंचल में ममता का छांव है।
तेरे शहर से अच्छा............
पौधों के फूलें हैं ,पेड़ो के झूले हैं
नीम और पीपल की ठंडी छाँव है।
तेरे शहर से अच्छा ...........
स्कूली बस्ते हैं ,कच्चे रस्ते हैं ,
बच्चों के दौड़ते हुए नंगे पांव हैं।
तेरे शहर से अच्छा..........
नहीं जलते तरक्की से,दोस्ती पक्की से,
बड़े -बुजुर्गों का लगता यहां ठाँव है।
तेरे शहर से अच्छा............
बचपन की यादें हैं, छोटी तलाबें हैं
उनमें चलते हुए कागज के नाव हैं।
तेरे शहर से अच्छा.............

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3 JUL 2020 AT 9:11

"मोहब्बत का शहर"

सोचता हूँ की अब मोह्हबत का नया शहर बनाया जाय,
मैं और तुम से अलग, अब एक हमारा घर बनाया जाय।

बेनकाब होंगे हर वो दरिंदे जिसके जहन में बेवफाई हो,
इन कांटों को निकाल फेंक ,सुहाना डगर बनाया जाय।

देख लिया ज़माने की सारी ज़िद्दी बन्दिशों का नतीजा,
सच्चे प्यार के परिन्दों को ,खुले आसमान उड़ाया जाय।

महबूब के जुल्फों की घटाओं से सींचकर मोहब्बत को,
इश्क़ के इस बाग में , बस प्यार के फूल खिलाया जाय।

चलता होगा नफरतों का कारोबार फरेबियों के शहर में,
सोचता हूँ उनके इंतजार में,रात को दोपहर बनाया जाय।

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7 MAY 2020 AT 17:45

मुझे बड़ी घुटन हो रही है इस शहर में तेरे ,
मैं तो सोच रहा लौट जाऊँ फ़िर से गाँव मेरे..!!!!

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6 MAY 2020 AT 23:34

कल मेरे आँसुओं का ना कोई ठिकाना होगा ,
कल उनके शहर में हमारा जाना होगा ,
मुश्किल बड़ा खुद को संभालना होगा..!!!!

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27 SEP 2019 AT 14:51

माटी का कर्ज़दार मकानों में बीमार रहा
गाँव में शहरी और शहरों में 'गंवार' रहा

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27 APR 2021 AT 20:38

اندھیرا کر کےمیرے دل کی بستی میں وہ شخص
اب کسی اور کے دل کا شہر روشن کر رہا ہو گا
Andhera kar ke mere dil ki basti me woh shakhash
ab kis or ke dil ka shahar roshan kar raha ho ga
✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی

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