अतीत की वो यादें
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मेरे बालों की चोटियांँ जब
बनाया था तुमने
मैंने कहा था कि चोटी
थोड़ी ढीली ही बनाना
अतीत की वो यादे
आज भी मेरे दिल
में बसी हुई है
और
तुम्हारे हाथों का वो
लम्स मेरे गर्दन पे आज भी
महसूस होते हैं
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अतीत की वो यादें
मीठी कड़वी सारी बातें
भूल तो पाऊँगी नहीं
चाहे बीत जाए हजार रातें
खुशी के लम्हों में
जो तूने किए थे वादे
तोड़ दिए सबकुछ तूने और
कह दिया बस तेरी खुशी के वास्ते ।-
बहत सताते हैं...प्यार जो ना था आपका
बस एक दिखावा था...
ये मेरा दिल नहीं मानता है
अतीत तो अतीत में ही
ख़त्म हो गया था...अब तो
वो अतीत की यादें ही मेरी साथी है
ये बात मेरी दिल को कैसे समझाओ में... !!
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अतीत की वो यादें
गमगीन कर जाती हैं
जो प्यार से शुरू होकर
गलतफहमी से खत्म होते हैं-
आज भी बहुत रुलाती है
जब भी याद आती है
आंखो में आंसू ले आती है..!!
कितना प्यार था हमारे बीच
ना वो मेरे बीन रह सकती थी
और नाही में उसके बीन
और वो आज खुश है मेरे बीन
और में आज भी उदास हूं
उसके बीन..!!-
अतीत की वो यादें
आज भी सामने है।
सब खत्म कर दिया
हर जुड़ी चीज को दूर किया।
वो अतीत से जुड़ी जगह
उससे दूर हो जाना।
अतीत से जुड़े हर शख्स
को खुद से दूर कर देना।
मगर ये अतीत की यादें
आज भी सामने है।🥀-