रास्ते कहा खत्म होते हैं
जिंदगी के सफर में
मंजिल तो वहीं है
जहाँ ख्वाहिशें ख़त्म हो जाये। ।
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23 SEP 2020 AT 3:47
18 SEP 2023 AT 13:15
सबके हिस्से मंज़िल नहीं आती
लेकिन वो लोग कहाँ जाते हैं
जिनके हिस्से रास्ते भी नहीं आते....-
30 JUL 2020 AT 13:04
Aisi koi manjil nahi jahaan tak
Pahunchane ka koi raastha na ho...🦋-
1 AUG 2021 AT 10:16
एक मुसाफिर चल पड़ा है अपने वज़ूद को पहचानने
तपती रेतो पर चल पड़ा है अपरिचित रास्तों को जानने।-
13 JUL 2020 AT 17:25
Tera mera raasta,
Bhale hi alag alag hai,
Lekin hum dono ki,
Manzil ek hi hai...-
21 JUL 2018 AT 23:33
सुखे पत्तो सी उड़
चली मै इन वीरान
सडकों पर
रास्ते कई हैं सनम
मगर तेरी राह कहीं नही
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16 MAR 2022 AT 8:50
अब भटक कर ही मुझे मिलेगा रास्ता
मुझे रास्ता दिखाने वाले खुद ही गुमराह है........-
4 OCT 2020 AT 23:33
ख्वाहिशों की भूख है इन्सान को
इसलिए मंजिल भी छोड़ देती है साथ तो-
6 JUL 2020 AT 21:26
Rasta lamba hai
Safar mushkil hai
Agar is safar me koi ajnabee mil jaae
To ye raste or safar sab jaane pehchanne ban jate hai❤-