*हम फिर मिलेंगे*
ये ज़िंदगी रहे ना रहे
हम फिर मिलेंगे
सांझ बेला में जैसे
बर्फ पत्तों पर जमती
है, वैसे हम फिर मिलेंगे
सुबह की चाय जैसे दिन में
घुलती है, वैसे हम फिर मिलेंगे
जेब में जैसे होता नोट और सिक्को
का साथ, वैसे हम फिर मिलेंगे
ये ज़िंदगी रहे ना रहे हम फिर मिलेंगे…
जैसे तेरी वो प्यारी बातें कह जाती है
मेरे दिल में छुपे हुए अल्फाज़
वैसे हम फिर मिलेंगे ……
हवा चलते ही जैसे तेरे झुमको
से उलझ जाए तेरे रेशमी बाल
वैसे हम फिर मिलेंगे …
जैसे किसी दीपक में होता है
दीया और बाती का बराबर का साथ
वैसे हम फिर मिलेंगे ……
अभी हम साथ रहे ना रहे , लेकिन
हम फिर मिलेंगे………
-
Kaash Ek Dooje Se Hum Milte Hi Nahi…
Jab Mil Hi Gaye Thay Toh Bichaddte Hi Nahi….
Jo Hona Tha Hua Hai, Ab Paake Kya Bacha Hai
Tera Zameen Pe Chalna
Mera Hawa Sa Udna
Haan Namumkin Hai
Tera Mera Milna
Mere Haathon Mein Na Teri Lakeerein
Hain Bohot Alag Si Apni Takdeerein
Tera Zameen Pe Chalna Mera Hawa Sa Udna
Namummkin Sa Hai Tera Mera Milna..-
बची धड़कन तक ज़माने के हर सितम सहेंगे
तुम गर युं ही रहो हम जो आज हैं वही रहेंगे
तुम्हारे साथ हूं तो बहुत बेपरवाह दुनिया से
अब मुझे फर्क नहीं पड़ता लोग क्या कहेंगे
जहाँ की बंदिशे पहरे सरहदें वहम है हमारे लिए
कल भी तुम्हारे दिल में बसते थे ताउम्र धड़केंगे
अभी फलसफा भले नहीं हमारे इश्क़ का किसी निगाह में
अधूरी दास्तां-ए-इश्क़ कल आने वाले दौर मुक्कमल करेंगे
नफ़रत बगावत सियासत सब फ़ैला दो हमारे लिए
हम बहार-ए-गुल इसी मिट्टी के कहीं पर खिल उठेंगे
दर्द-ओ-अलम आदत में शुमार है जीने की
परवाने को जलना है जलेंगे फना होते रहेंगे
सोनी अनुराग "बेखुद"
-
लिखती हूं मैं शौक है मुझे लिखने का...
लिखती हूं मैं शौक है मुझे लिखने का..
मुझे रोकने वाले मेरी जिंदगी में अपनी जगह तो बताओ...
ठीक है कुछ पल के लिए ठहर जाऊंगी मैं...
पहले इस गुस्ताखी की वजह तो बताओ...
-
मगर इन मौसम की यादें ही कुछ और रहती है कभी किसी दिल को हंसा जाती है तो कभी किसी दिल को रुला जाती है
अब मौसम बनने पर मैं भी मजबूर हूं
आएंगे कभी लौट कर वह पता नहीं
मगर कुछ यादें जरूर याद आएंगे
Bye Dosto— % &-
चल दिया
सब पा के
विदा हू
मुस्कुरा के
आंखों से कम दिखूंगा अब
हां दिल में उतरूँगा अब-
बाँह छुड़ाये जात हो निबल जान के मोय।
ह्रदय से जब जाओगे सबल बखानो तोय।।
🌱🌹🌹👁️👁️👄✍️
Nathu Agrawal-
विसरून गेलो कहकर तड़पाना ना मुझे,
बहुत याद आएगी रुलाना ना मुझे।
मिलूंगा फिर कभी तुम्हें ये वादा है मेरा,
पर तुम भी किसी मोड़़ पर भुलाना ना मुझे-