जो मेरे ते गुजरदी हैं,
दिल मेरा ही जाणदा है,
हंजुआ मेरियां दा भार,
मेरा दिल सह सकदा है,
पहचान नही तैनूं मेरे हंजुआ दी,
हर हंजु विच अक्स तेरा नज़र औंदा है,
वेखदा जेहड़ा वी वेखदा रह जाउंदा,
किवे तू इड़ा दर्द सह पाउँदा है,
शोर तो रहन्दा ए दूर,
खामोशी दी जुबां जाणदा है,
शब्दा विच अपने लिख 'पंकज',
दर्द नूं कम करना जाणदा है
जो मेरे ते गुजरदी हैं,
दिल मेरा ही जाणदा है...-
ढ़लती उम्र बढ़ता प्यार,
एक दूजे में बसती जान,
तू बुड्ढी मैं बुड्डा तेरा,
साथ रहेगा तेरा मेरा,
चहरों पर झुर्रियां भले है छाई,
दिल तो अभी भी जवां है भई,
हमारी उम्र पर मत जाना,
प्यार हममें तुमसे है ज्यादा,
ये तुमनें अभी नही जाना,
आओगे जब तुम हमारी उम्र में,
जानोंगे प्यार की असली कीमत,
होता क्या है प्यार ये आजकल के लोग भूल गए,
पैसों और मस्ती की चाह में आजकल के लोग भटक गए,
एक से दिल भरा हर दूसरे दिन प्यार बदलना सीख गए,
जरा पूछ कर देखना हमारे किसी हमउम्र से,
वो रूबरू कराएंगे तुम्हे सच्चे प्यार से,
हकीक़त में जानोंगे जब आओगे हमारी उम्र में,
तब कहोगे हाँ कहा था किसी शायर ने,
प्यार का असली एहसास होता है इसी उम्र में,
क्या नाम था उस शायर का,
याद कर लेना फिर "पंकज" नाम था उस शायर का।।-
सुनो...!
क्या आपसे
एक सवाल पूछ सकती हूँ...?
(Read in Caption)-
तुमने खुद को हमारे हवाले कर दिया,
इक नजर उठाकर देखो जनाब
हमनें भी खुद को तुम्हारे रगों में रंग दिया,
जाऐंगे जहां मे जहाँ भी आप
हमें आप आपने साथ पायेंगे जनाब
हमने कुछ जादू अपनी आंखो से ऐसा कर दिया।-
आँखे खुली हो या बंद हो मेरी,
पर हर लम्हा तेरा दीदार नज़र आता है....!-
तुम्हारे जादू का असर ऐसा हुआ हैं,
जहां भी देखता हूँ मैं,
तुम ही नज़र आती हो....!-