यूँ तो ऊँची इमारतों में जगह हैं
पर ईमान के लिए कम पड़ रही।-
❇️ नमस्ते ❇️
मेरे हक का मत छीन मुझसे मेरे मौला,
खिदमतगार तेरा ये बंदा दिल से पिंडारी हैं©
इश्क़ के असर से दिल हवादार हो गया हैं,
फूंक मारो जो तुम शायद उधर उड़ आए।-
ज़माने के निशाने अब सटीक हो चले है,
कड़ी मेहनत को उनकी हम ढेर कर सराहेंगे।-
I am gonna be successful one day
Not because I have seen ups in my life
But because I have seen many more downs.-
एहसास-ए-रंग-ओ-बू मत पूछ मुझसे,
हर होली पर मैंने रंग से शिकवे रखे हैं।-
यारम तुझे चाहना कुछ अलग नहीं,
वो खुदा भी इस रंग में देखा है हमने।-
मेहरबाँ होकर खोल दी ज़ुल्फ़ें उन्होंने,
हवाओं के यहाँ अब जश्न होना चाहिए।-
नाम वाले आग में जले जल-जल राख़ हो गए,
हम जल में बहे कर कल-कल मशहूर हो गए।-