अगर पर्यावरण शुद्ध हो तो,
हर सांस एक वरदान है!
अगर दम घुटता हो सांस लेने में,
तो ये बड़े शहर की पहचान है!
वातावरण में जहर घोलने वाले
कोई और नहीं हम इंसान हैं!
तुले हुए हैं धरती को बर्बाद करने में,
और कहते हैं हम मनुष्य महान हैं!!-
।।पर्यावरण से पर्यावरण।।
चाँदनी ने चाँदनी चाँद से चुराई है
तत्पश्चात चाँदनी चाँदनी बन पाई है
उजाला भी उजाले से उजालों की दरख़्वास्त करता है
तब जाकर अंधेरे पर उजाला राज करता है
रुकती हवाओ ने बहती हवाओ से गति उधार ली है
उसके बाद ही हवाओ ने हवाएं ताजी बहार की है
आसमा ने आसमा को आसमा बनने की चुनोती दी थी
तब जाकर आसमा आसमा जीतना विशाल हुआ है
पानी ने पानी को जब पानी का विराट रूप दिखाया था
तब जाकर पानी से मिलकर पानी सागर कहलाया था
अग्नि भी अग्नि से की जब तेज में तपी थी
तब जाकर अग्नि प्रचंड बनी थी
धरती ने धरती से धरती को जुदा कर दिया
धरती ने धरती को सात धरती में बांटा और अपना अपना खुदा कर लिया-
🌴 प्रकृति🌴
इंसानियत के युग का जल्द ही अंत है .....
जो पर्यावरण को बचाए वही तो संत है.......— % &-
जल रहा है कवि,
दूषित हो रही है कविताl
खत्म हो रही है इंसानियत,,
खत्म हो रही है कविताll-
चलिए इस धरती को
रहने योग्य बनाएं
सभी मिलकर विश्व पर्यावरण
दिवस मनाएं
विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं-
पंछियों से पशुओं से प्यार है ना,
उन्हें एक बार फिर उनको उनका होने दो,
चलो आज़ाद कर दो।-
आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
हम सब मिलकर इस पर्यावरण दिवस पर संकल्प करें कि पेड़ लगा कर प्रदूषण को नियंत्रित करेंगे और पर्यावरण संरक्षण करेंगे।-
नीचे गिरे इन सूखे पत्तों पर अदब से चलना जरा
कभी कड़ी धूप में तुमने भी इनसे पनाह मांगी थी
वक्त आने पर तो हर कोई गिर जाता है फ्री ये तो
पत्ते है
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Dil ❤ lgane ke bajay पेड 🌲 lgae
Ye छाँव😍 denge घाव 😔 nahi 💕-
बेवक्त तबीयत-ए-मौसम, इंसान बदलते देख रही हूँ,
ये शादाब-ओ-शगुफ्ता, पल-पल उजड़ते देख रही हूँ,
नहीं दिखती अब, आब-ओ-हवा में वो तन्दरूस्ती,
मैं आज की आँखों में, कल को गुज़रते देख रही हूँ।।-