रिश्तों की शुरुआत परायों
से शुरू हो कर अपनों तक
आती हैं फिर अपनों से
खत्म हो कर पराई हो
जाती हैं ...
♥️🖤♥️
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Thukra dete hai iss kadar...
Kuchh apne,
Ki ajnabi apne se...
Lagne lagte hai..❤-
Chalo na
kahin durr Chalein
jahan paraye bhi apne se lagein!!!-
Dear zindagi...
Kaisa tera rang or..
Kaisa yeh khel he..!
Kuch paraye ho kar bhi apne or..
Kuch apne bhi paraye he...!! 🙂-
उनके लिए बहुत सारी सपने सजाए थे हम ने,
उन्हें बहुत दिल की गहराई तक चाहते थे हमने।
उनको दुनियां भर की खुशियां दिलाने थे हम ने,
पर मालूम नहीं किसकी बुरी नज़र लगे थे हमने।
होते - होते एक दूसरे के, सदा के लिए पराए हो गए थे हमने।।
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जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,
वो हम ही से बेगाने हो गए।
शायद उन्हें तलाश है अब नए दोस्त की,
क्यूंकि उनकी नज़र में अब हम पराये हो गए-
सपनो ने टूट जाने की कसमे खाई है, और
अपनो ने तो गैर होने की रस्मे निभाई है।-
# kuch raatein aisi bhi hoti hai jab apne bhi paraye ho jate hai
# Aur kuch raatein aisi bhi hoti jo , parayon. Ko apna bna deti hai-
चलो ना यहां से
एक रीत के प्रित की और चले
जहां सवेरे को शाम की तलब हो
दिल्लगी को चाहत की खबर हो
चलो चले वहां जहाँ हमसे ज्यादा
हमारे शब्दो की कद्र हो !!-