वो,
मेरा पुराना शहर हैं.....-
मेरी नानी!!😔😔
मेरी नानी बहुत ही प्यारी
सीधी- साधी और भोली- भाली
कभी नही करती अपनी मनमानी
करती थी वो बहुत सी कलाकारी
मेरी माँ की दुनिया मेरी नानी।
अपनो के लिए सभी से लड़ जाती मेरी नानी
जब जब आती हमारे घर को रोशन कर जाती वो
मेरी माँ के साथ अपने दिल का हाल सुना जाती वो
जब भी आती खुशियो की बहार ले आती
रोज़ कुछ ना कुछ बनाकर हम सभी को खिलाती
बचपन मे हमे वो अच्छी अच्छी कहानियाँ सुनाती
नींद नही आती तो लोरी गाकर हम सभी को सुलाती
जी भर के हमसे प्यार वो करती
हमे अच्छी अच्छी बातें वो सिखाती
शुरुआत से ही बहुत मेहनत वो करती
किसी मुसीबत से वो ना डरती
हर परेशानियो से वो लड़ती
जितना भी लिखूँ नानी के बारे में
शब्दो की बोली कम है लगती
अक्सर नानी की बातें याद आ जाती और
आँखें मेरी नम सी हो जाती
साथ नही हमारे वो हमेशा उनकी कमी है खलती
अब बस तस्वीरों और यादों में रहती है मेरी नानी!!-
कौन कहता है कि वक्त के साथ यादें और आदतें बदल जाती हैं ....
मुझे तो आज भी जब चोट लगती है ,तो यशोदा ही याद आती है....-
स्वर्गीय मां से कहा,
बरसी पर तुम्हारी।
खाना जो बना है उसे अकेले ही खाना,
तभी कोएं का झुंड
मेरी छत पर आया।
वह आज भी खाना अकेले ना खा सकी,
हां वो मां थी।-
गमगीं आंखों पर मुस्काती लब की पर्दादारी है
नानी की आंखों में अबतक मां का आंसू भारी है-
नानी ओ नानी तू कितनी प्यारी,
सारे जग से तू हैं न्यारी।
नींद ना आती मुझको तो,
मीठी-मीठी तुम लोरी सुनाती हैं।
परियों की कहानी सुनाती,
लाड प्यार से मुझको नहलाती।
नए - नए कपड़े पहनाती ,
सारे सपाटे खूब कराती।
मीठे- मीठे पकवान खिलाती हैं
नानी ओ नानी तू कितनी प्यारी।-
Do pyaar ke shabd kehna
Bohat mushkil nahi hai
Maa ko pyaar jatana
Bohat mushkil nahi hai
Unke saath saath chalna
Bohat mushkil hai lekin...
Unke chale jaane ke baad
Aage badhte chale jaana...-
Teri hantho pe sr rakh kr ,
Teri banho me Sona h Maa !
Teri god me Sr rakh kr ,
Mujhe g bher ke Rona h Maa !
Teri pariyon wali kahaniya sun kr ,
Mujhe fir se wo pyari nind Sona h Maa...
Mujhe bs tere pas hi hona h MAA...-
धीरयस्तु भोज्यमानोअ्पि पीड्यमानोअ्पि सर्वदा ।
आत्मनं केवलं पश्यन् न रोष्यति न कोप्यति ।।
( अष्टावक्र गीता )
अर्थ :: सदा आत्मा का दर्शन करने वाले धीर व सज्जन व्यक्ति हमेशा भोजन कराने पर या पीड़ित करने पर भी प्रसन्न नहीं होते हैं या
क्रोध को अभिव्यक्त नहीं करते हैं 🙏
Amrit Vachan by
My Nani maa 🙏🙏
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Ooooooo ...Nani maa 🥰
लो मैं रूठी ,,,,,
अब मुझे कभी नहीं मनाना
स्नेह प्यार अनवरत
मत उड़ेलना ,,,,
एक दिन याद आऊंगी जब
तब तक खत्म हो जाएगा
ये मैगनेटिक रिश्ता ,,,
Vibhu_Shukla
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