अजनबियों को तो बज्म में कोई रास्ता नहीं देता
मैं हर किसी को तो अपना हाल बता नहीं देता।
ख़ुद को वीर समझता हैं कतरा,दरिया से मिलते ही
अत्फ़ देखो समंदर की, उन दोनों को सजा नहीं देता ।
हालात ऐसी हैं की मैं खुद को नहीं समझ पा रहा
कोई और मुझे समझे,उसको मैं ये रजा नहीं देता ।
सफाई देते देते थक चुका हूं जमाने के सामने
अब रुकूंगा तब, जब लगे दाग हटा नहीं देता ।
तुझको आज भी याद करना फितरत है मेरी
तूझसे अगर नफ़रत होती तो भुला नहीं देता ।
उसने कहा था बहुत है तेरे जैसे तुझमें खास क्या है
कौन बताए उसे,मेरे जैसा साथ कोई निभा नहीं देता ।
क्या हैसियत हैं चराग की आंधियो के सामने
बचाए रखता हूं ,जब तक अपने हाथ जला नहीं देता ।
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आज फिर से उन्होंने हमसे एक सच छिपाया है
हाथ हमारा पकड़कर साथ किसी और का निभाया है
और हम तुम्हारे बिन अब जी नही सकते,ये कहकर
हमारी चाय में उन्होंने खुद जहर मिलाया है
और तुम मेरी पहली पसंद हो, इन्ही शब्दों से
आज उन्होंने किसी और को फसाया है
ये सच है कि इस दिल पर सिर्फ तुम्हारा हक है
वो तो तुम्हे भूलने की कोशिश मे हमने किसी और को सीने से लगाया है
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जिसे याद करके कभी ये आंखें हस उठाती थीं..
आज उसे सोच कर आँखों में ख़ून उतर आता है..!
🥀🖤-
Kuch logo se nafrat nhi hoti
Bas onki kuchh batein soch ker
onko muhabbat dena mushkil hojata hai-
छल करने वाले नहीं गढ़ पाते कभी प्रेम प्रतिमान,
वो नहीं लिख पाते प्रेम कविताएं,
कभी नहीं भर पाते दंभ अपनी मोहब्बत का,
क्यूंकि वंचित कर दिया जाता उन्हें उनके ही वज़ूद द्वारा प्रेम हेतु,
छलबाज होते हैं अपूर्णता का सजीव उदाहरण।-
पतझड़ में पत्ते गिरते हैं., बारिश के मौसम में बारिश गिरती हैं...,
पर किसी की नज़र से गिरने का कोई मौसम नहीं होता.!!!
🧡❣️🧡-
❣️लोग कैसे, किसी को बद्दुआ देकर, अपने लिए खुशी चाहते है,
यहां हमारे दिल से तो, दुश्मन के लिए भी बद्दुआ नही निकलती❣️-
ہم جیسے محبتِ مزاج رکھنےوالوں کی
نفرتیں بھی لاجواب ہںوتی ہے.
Hum jaise mohabbat۔e mizaj rakhne walon ki
Nafratein bhi la jawab hoti hai.-