Honesty and humility will take you to places which hustling can't.
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कभी कभी ,कुछ बदलने से
बदल जाता है बहुत कुछ ।
तब थोड़ा संभलने से
संभल जाता है बहुत कुछ ।
आज अगर हार ही गए तो क्या हुआ,याद रखो
गमों का गर्दिश भी सिखलाता है बहुत कुछ ।।
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Sab ki Kahani Yaha Hai Alag,
Tujhe Kya Lga Tu Kya
Rha Hai Mujhe Smjh?
Yaha Laga Hai Aisa Hai Talab,
Jo Ki Manjeel Ko Paana Hai
With Own Side Sabse Alag.
Bhale Saare Dekhne Ko Hai Ek
Par Story Me Hai Kaafi Farak.
Syad Isi Ko Kahte Hai INSANIYAT Jhalak.-
जीवन में मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है
यह इंसान पर निर्भर वो किस तरह लड़ता है
अपने आप को ठोस बनाओ रहो निडर
" आत्महत्या "नहीं है मुसीबतों का हल !!!-
Mushkile to bahut ayegi upsc clear krne m ... Lekin mera jazba bhi kam mt samjhana... Mushkile har man jayegi lekin mera jazba nhi .. Hoshla itna h ki dimag m bs yhi rhta h krna h to bas upsc...
😊😊-
निष्ठुरता की सीपी में पलकर,
संघर्षों का सम्मान करो।
महत्वाकांक्षा का मोती बनकर,
प्रकृति का वरदान बनो ।।
- संकल्प अनुसंधान योगपथ-
अपने क्रोध को अपने आप पर हावी ना करो
मेहनत की कमाई 2 मिनट में नष्ट ना करो
बाद में पछतावा ना हो अपने क्रोध को नियंत्रण में रखो-
रुको मत,आगे बढ़ते रहो,
जरूर पूरी होगी तुम्हारी चाह।
तुम कर्म करो,कठोर मेहनत करो,
बस यही है प्रकृति की सलाह।
कभी भाग्य के करिश्में को मत देखना,
नहीं तो ना कभी मंजिल दिखेगी,
ना कभी राह।
- संकल्प अनुसंधान योगपथ-
समाधान का अंग बने हम
या फिर बनेंगे हम स्वयं समस्या
भूल से करली तू-तू मैं-मैं तो,
हम बन गये एक विकट समस्या
क्यों, कब, कैसे,कहाँ, कितना,
पंच ककार कहलायेगा।
चाहे जितनी विकट समस्या,
समाधान तुरन्त मिल जाएगा।।
- संकल्प अनुसंधान योगपथ-
धनवान से बड़ा धैर्यवान ,जिसे अमीर कहते हैं।
स्वाभिमान के लिए घास की रोटी,इसे ज़मीर कहते हैं।
इंसानियत के लिए जो मर मिटे ,उसे फक़ीर कहते हैं।
मनुष्य जन्म पाकर मनुष्यता अपनाना, इसे ही तकदीर कहते हैं।।
- संकल्प अनुसंधान योगपथ-