Akhand Pratap Singh   (@yourakhand)
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“Everything you can imagine is real".. Picasso

#yourakhand
Joined 6 July 2020


“Everything you can imagine is real".. Picasso

#yourakhand
Joined 6 July 2020
27 OCT 2020 AT 22:58

We all are walking on a simple street
Where guide is no one else, it's our greed.

It's like an endless battle of time vs need.
Where we think failure is our ultimate enemy and achievement is our inner peace.

Somehow we all are running for fame.
But deep down we all know, our destination is same.

Sometimes we stuck somewhere and reason is nothing , it's only
our deeds .
And then emerges out in our mind,
a temporary but dark black seed.

Then relax, calm down, Don't be afraid like a kid.
Actually nobody really cares for you,creep or run.
Matters only one thing here, is to have somehow a little bit of fun.

So just take out that seed, roll it like weed,
Smoke it out because you are no more a kid.
Yeah, it's true you are no more a kid.

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12 OCT 2020 AT 22:30

नगर के नजदीक
नदी में एक नाव पर
इसी नरलोक में
निडर सा एक नाविक ।

निर्यात के नशे में
नीले नदी में
नीलम को ढूंढता
निश्छल सा वो नाविक।

नियति के निर्णय में
निष्ठा दिखाता पर
निरश जीवन मे
नीरज खिलाता वो नाविक।

निराश है आज पर
निश्चय भी किया है
नित नीलम की खोज में
निकल जाता वो नाविक।।

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23 SEP 2020 AT 17:08

कभी कभी ,कुछ बदलने से
बदल जाता है बहुत कुछ ।

तब थोड़ा संभलने से
संभल जाता है बहुत कुछ ।

आज अगर हार ही गए तो क्या हुआ,याद रखो
गमों का गर्दिश भी सिखलाता है बहुत कुछ ।।

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15 SEP 2020 AT 13:14

मुश्किलें इतनी भी बड़ी नही होती दोस्त,
जितना वो अक्सर दिखा करतीं हैं।

ये तो बस उन वैश्याओं की तरह होती हैं,
जो अपने समय पर खूब बिका करती है।।

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19 JUL 2020 AT 23:58

REALISATION.....

✏Not just a word,it is..
✏A key which is master key of all
solutions.
✏️A key that changes everything.
✏A key that all we need to have.

📎Go and get it at any cost.
📎Use it to transform your tears
into your laugh..

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17 JUL 2020 AT 12:17

शून्य!!

(पूर्ण कविता अनुशीर्षक में पढ़ें।)


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28 NOV 2021 AT 1:25

उनकी बातों ने ऐसी सजावट की है, मानो चिरागों ने रौशनी से बगावत की है..
वो करे ना करे मुहब्बत हमसे ,हमने तो साजिशों से मुहब्बत की है..

और अब इश्क़ शब्द से कोई परहेज नही हमको, बस जिंदगी को नफरतों के हवाले की है..
दूर जितना जाना हो वो बादल चला जाये, अरे हमने कब भीगने की गुजारिश की है..

शोलो से निभा कर जल गए है हम भी, तभी सूखे कोयले से नई दोस्ती की है..
चिराग भले ही रूठे हो रौशनी से गुजरे दिनों से, दिल ने जल कर हरेक रातों को रौशनी की है..

ये बताये कौन उनको उन रास्तो के बारे, जिसपे चल कर हमने ऐसी जिंदगी की है..
दुश्मनी हो गयी थी रातों से हमारी, रोज लड़ते हुए उजालों से दिल्लगी की है..

उनके इरादें भले ही बदले से हो मगर, इन साजिशों ने भी हम ही से आशिक़ी की है..
उनकी बातों ने ऐसी सजावट की है, मानो चिरागों ने रौशनी से बगावत की है..

वो करे ना करे मुहब्बत हमसे, हमने तो साजिशों से मुहब्बत की है!!
वो करे ना करे मुहब्बत हमसे, हमने तो साजिशों से मुहब्बत की है!!

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22 OCT 2021 AT 19:53

जलाया घर पर अब सिर्फ रौशनी देखो
जो हुआ , हुआ वो नादानी में
दो घूंट लहू के तुम पियो
क्या रखा खारे से पानी मे..

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22 OCT 2021 AT 19:46

उनकी प्यारी हँसी अब तबाह कर रही है
काली-काली वो आँखे ग़ुमराह कर रही है
तू हां बोल दे दिल उन्ही के तरफ से
झूठा ही सही पर तसल्ली तो हो ..

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2 JUL 2021 AT 21:56

एक युग बिता वनवास में,
सिर्फ जीत के ही आश में
क्यों रुका है तू दहलीज पर,
जब मंजिल है तेरे पास में..
क्या थक गया तू चलते चलते,
क्या और अब ना चल सकेगा..
क्या वर्षों की मेहनत को तू,
आलस के बदले कुचल सकेगा..
सोच कितना कष्ट होगा,
जब सूर्य कल को अस्त होगा..
जब रजनी काली आएगी,
आरोप तुझपे लगाएगी..
क्या हार का मुख देख कर,
आराम तब तू कर सकेगा..
मंजिल निकट है अब न रुक,
क्या मौका फिर ये आएगा..
एक युग बिता वनवास में,
क्या वनवास फिर तू जायेगा!! -yourakhand

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