चलो आज ये वादा करते हैं,,,,
खुल के जीने का इरादा करते हैं।
जैसे पतझड़ में कभी फूल नहीं खिलता है,,,,
वैसे ही मनुष्य जीवन हर किसी को नहीं मिलता है।
सभी अपने हैं यहां ये बात तुम जान लो,,,,
अब अपनी अलग एक पहचान बनानी है यह मन में ठान लो।
अभी जो है हमारे पास उसी में हमें खुश रहना है,,,,
फिर तो एक दिन राख बन के नदियों में ही बहना है।
ये ज़ालिम जमाना है,,,
और यहां हमें अपना नाम कमाना है।
“मिट जाने से पहले"।।
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देशी हूं पर गवार नहीं 🤪🙏
मां का लाडला हूं तेरा हुक्का मार प्यार नहीं..,,।-
Uska shukriya kuch is tarah ada karu
woh kare bewafai aur main wafa karu
mere ishq ne mujhe bas itna sikhaya main mit bhi jau par uske liye yuhi Dua karu..........!!-
हसरते मिट गयी सारी
पर दिल को चैन ना आया
तलब लगी थी जिससे मिलने की
अफ़सोस कि उसे ख्याल तक ना आया-
दूध तो हमे भी पसंद था , कमबख्त
उसके रंग ने मुझे चाय का दिवाना बना दिया-
Na samajh h vo
Meri bat nhi samjhega
Meri jagah nhi h na
Mere halaat nhi samjhega-
भुला सकते हो तो बेशक भुला दो हमें...
मिटा सकते हो तो बिल्कुल मिटा दो मेरी यादों को...
शायद आप के कलम की स्याही का रंग ही फीका था जिसे कभी भी कोई भी मिटा दे
पर मेरे प्यार की स्याही इतनी गाढ़ी है कि
कोई और तो क्या हम खुद भी चाह कर उसे मिटा नही सकते!..
सच्चाई तो कुछ यूँ है कि आप ने तो कभी कुछ लिखा ही नही तो मिटायेंगे क्या?
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सुनो चीमकान्डी कोई गुनाह थोड़ी है इश्क ,जो छुपाऊंगा ।😜🤪😎🤔
अगर नहीं बोली हां ,तो तुझे तेरे पप्पा के सामने ही पटाऊंगा..,,।🤪😎😜🔥-