शुभ यात्रा 2020
हो मंगल अमन यात्रा तुम्हारी, यह आकाश सा वंदन है ।
प्रज्वाल हो सूरज, आलोक - सा, सोमनाथ , सत्यम का अभिनंदन हो।।
हो गरिमा विचारों में, राष्ट्र श्वेता सी अभिलाषा हो।
श्रेयशी स्व विकास में, प्रांजल जलधि सी भाषा हो।।
हो प्रतुष् नव भारत के तुम, विदवत् अदिति विधेष हो ।
विश्व आकांक्षा सुलभ पुष्पित, प्रदीप सा दीप विशेष हो।।
हो जन गण में निधि तुम जैसे कर्मयोगी की, सम्मान शाहनवाज़ पुरस्कृत हो।
मधु - सी ओजस वाणी, घनश्याम, कृष्णा - कुंज सा अलंकृत हो।।
हो इशिता प्रसिद्धि तुम्हारी, अतीक़ सहित अहमद हो।
विजयलक्ष्मी मिले विश्व - विजय की, जैसे सुयश - नितेश हो।।
हो सोनी तुम धुव तारे जैसी, वाक् - पटुता अबरार हो।
आदेश मिले जब जनक दुलारी का, खुशी, शिवानी नवनीत हो।।
हो अभिषेक अप्रतिम अनूप सा, अंजना की मुस्कान आलोकित हो।
आशीष मिले उन गुरुओ का, जिसे सबका जीवन पुलकित हो।।
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