तहजीब ए लखनऊ की यह अदा भी खूब है
शिद्दत ए गर्मी जो हुई तो यूं पाजिराई की
मेहमान नवाजी में हमारी यूं बरसात की
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Mummy - mehmano se puchho , khane k bare me....
Me .. mehmano se....- aap kha kr aaye h ya ghr jakar khayenge😎
🤣🤭😝😂🤓😆😅😜😆😁😃
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सब जानते है जहाँ इश्क़ है वहाँ दर्द है,
सबके बाद भी दिल इश्क़ करने को राज़ी है-
Mere Dehleez Par Aa Ruka Hai Dastak_E_MAUT....
Mehmaan Nawazi ka Shauk Bhi Hai Aur Marr Jaane Ka Khouf Bhi......!!
😭😭😭😭😭😭-
आने से पहले मेहमान ,
ताकि आपके स्वागत में
कोई कमी ना कर सकू,
आपके स्वागत के लिए,
खुद को तैयार कर सकू ।-
मैं - अंकल ठंडा लेंगे या गर्म ?
गैस्ट - ठंडे में क्या हैं और गर्म में क्या हैं?
मैं - ठंडे में ठंडा पानी और गर्म में गर्म पानी....🤣-
Apne mehfil me lutaye tabassum is tarah sab apke hushn ke kayal hue,
Mehmanbazi dard e meezaz ko nazarandaz kar gayi tabassum ki arh mei!
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मेरी दहलीज़ पर आ रूकी है हवा-ए-मोहब्बत..
मेहमान नवाज़ी का शौक भी है,उजड़ जाने का खौफ़ भी...-
अपनो से जब कोई तकरार होती है,
तभी गैरो की पनाह घर पे हो जाती है,
उठा लेता हैं फायदा,लेता है जायजा पुरा
जिसकी तिनके की भी हैसियत नही होती हैं ...-
अब हम मकान में ताला लगाने
वाले हैं
पता चला हैं की मेहमान आने वाले हैं-