हवाओं के साथ बहती वो पतंग-सी लड़की
कोमल-सी, कलियों-सी खिलती वो लड़की
अब ज़रा नाप-तौल के हस्ती है वो
मनमौजी-सी,
मस्तानी-सी,
वो महकी सी लड़की...-
29 JUL 2020 AT 23:02
17 DEC 2019 AT 19:01
Ye Jo teri meri kahani hai,
Jo ab duniya ko pata lag jaani hai,
Kaise ye ab sabse chhupani hai,
Jo tu kisi or ki ho jaani hai.-
15 APR 2019 AT 0:24
जाने क्यों उदास हो जाते हो
बस यूं ही नाराज हो जाते हो
एे मन! तुम क्या चाहते हो ।-
1 AUG 2018 AT 9:28
कभी कभी (भाग2)
न धूप की परवाह हो
न अंधियारे का कोई डर
न नकली मुस्कान की कोई चाह हो
न दुनिया की कोई फ़िकर
जा मिलूँ उस क्षितिज से
बातें करूं ,
फिर इठलाऊँ
जी करता है कभी- कभी
बस यूँ ही चलती जाऊँ
जी करता है कभी -कभी
बस यूँ ही चलती जाऊँ-
1 AUG 2018 AT 9:23
कभी कभी (भाग1)
जी करता है कभी-कभी
बस यूँ ही चलती जाऊँ
आड़े -टेढ़े,
ऊबड़- खाबड़
हर रास्ते पर बढ़ती जाऊँ
जी करता है कभी- कभी
बस यूँ ही चलती जाऊँ
बिना किसी हमसफ़र के,
बिना किसी राही के,
सूरज की तरह हर रोज़,
अकेली निकलूँ
औ' ढल भी जाऊँ
जी करता है कभी कभी
बस यूँ ही चलती जाऊँ
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