2020 से कह दो कि चला जाए हमेशा-हमेशा के लिए यहां से, सही नहीं जाती अब मनहूसियत इसकी।
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''yrrr' tum andaza bhi nahi laga sakti ho kitni 'manhoos' thi wo raat...
Jis raat huyi thi meri tumse 'aakhiri' baar baat......!-
शिकायतें मुझे तुमसे नहीं है कोई
नाराज़ तो मैं खुद से हूं....
सबक सिखा था मैंने मगर फिर वही
राह चूना....
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हर किसी पर मर जाए
इसको ये रास नहीं....
अरे जनाब ये मेरा दिल है
तुम्हारे लखनऊ का अमीनाबाद नहीं....🖤🥀-
मुद्दतों बाद रास आया था कोई इस जख्मी दिल को
ना जाने किस मनहूस की नजर लगी फिर मेरी मोहब्बत को-
कमजोरी खुद की इल्जाम दिन को क्यू देते हो।
आ रही हो वो याद तो खुदको क्यू नही रोक लेते हो।।-
चले जाऐंगे ही अपनें रास्ते,
नहीं आयेगें अपनी मनहूस शक्ल लेकर
भगवान करे तुम्हें भी एक दिन दिखाऐं
खुबसूरती की मनहूस शक्ल..!!-
Ek taraf muhobbat ka ghera hai, doosri tarah tanhaayi ka pehra hai
dono jagah hum mehfooz toh nahi hai
Aksar sochte hai, ke log humse pehle dil lagaate hai, fir beintehaa chahte hai, fir tanha chhor jaate hai
Kahi hum manhoos toh nahi hai-