मां-बाप के डांट मैं बहुत प्यार होता है,
बस उसे समझने की कोशिश करो,
वही डांट आपको आगे का रास्ता दिखाएंगे।
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🙏🙏सुप्रभात 🙏🙏
संस्कार अपने माता पिता से कमाई
हुई वह वसीयत है जो घटती नहीं
हमेशा बढ़ती रहती है ।
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शीतल सी हवा हैं वो जिनसे हमारी ज़िन्दगी को सुकून आया हैं
तोड़ना नहीं कभी दिल उनका, हर वक्त ख्याल रखना हैं
खुद भूखे रहे, पर खुद का पेट काट हमें उन्होंने खिलाया हैं
भूख के जहर को मिटाकर अब हमें उन्हें अमृत पिलाना हैं !!-
जो कभी बोलते हुए भी हकलाते थे
आज के दौर में वही अब आँखे दिखाते हैं,,,,,,,
भूल जाते है की कभी वो भी इन्ही हालातो से गुज़रेगे
तब क्या करेगे वे लोग जब उनके बच्चे भी उनसे बच के निकलेगे-
"Mata Pita tum mere" echoed the walls of the temple.
Those old and shivering hands of priest could not bear the weight of the ,'puja k thaali' he was holding.
The plate shattered and so did people' peace as they shouted at him "Ye kya kia? Bhagwan naraz ho jayenge. Dand denge."
Little did they know that ' Mata Pita' don't punish for unintentional mistakes.-
Kon 'BETA' apne 'MAATA - PITA' ko itna 'DUKH' deta hai
Kya wo 'BETA' apne 'MAATA - PITA' ka 'DARD' nai dekh pa raha
'CHHOTE' se jis 'BETE' ko itne 'PYAAR' aur 'KHUSHIYON' se 'PAALA' hai
Aaj wo sb 'BHUL' gaya
Apni 'KHUSHIYON' ky liye apne 'MAATA - PITA' ko 'RULANA', unhe 'TAKLIF' dena...kya iss din ky liye uss 'BADHA' kiya
Kya yahi 'FARZ' hai ek 'BETE' ka apne 'MAATA - PITA' ky liye-
माता-पिता
आप दोनों से बड़ा नहीं धरती पर मेरे लिए कुछ,
आप दोनों को खुशी दूँ, मेरे लिए है यही सुख,
जब भी जीवन की समस्या थी खड़ी जब पास मेरे,
आप दोनों ही खड़े थे ढाल बन भगवान मेरे,
माँ न सोई रात भर जब भी मुझको कुछ हुआ था,
पापा ने थे सिर दबाए जब लाडले को ज्वर छुआ था,
माँ बचाती ही रही है पापा आपके मार से,
पापा आपने भी बचाया है मुझे संसार से,
आप दोनों से जो सीखा है वही सच जानता हूँ,
है मोहब्बत त्याग ही इसको भी मैं अब मानता हूँ,
खुद की खुशियाँ त्याग कर जब आप दोनों कष्ट सहते,
दुनिया वाले तब इसे खुशियों भरा परिवार कहते,
आप दोनों के ही बलिदानों से हमें जीवन मिला है,
सुख मिला, उन्नति मिला और ज्ञान का दर्शन मिला है,
रात के अंधेरों में जो मैंने दुनिया से ठोकर थी खाई,
आप दोनों ने ही हर एक बात मुझको है समझाई,
अब जो इतनी मेहनतों से आप दोनों ने है पाला,
हर विपत्ति , मुश्किलों से लड़ने को दोनों ने ढाला,
अब यही कोशिश है मेरी की आप दोनों को हर खुशी दूँ,
ज़िन्दगी की सारी खुशियां आपके दामन में भर दूँ,
सत्य ही कहते हैं कि ना हर जगह भगवान पहुँचते,
माता-पिता के रूप में वो हर समय घर-घर में है बसते,
जब कभी जीवन में मेरे कष्ट के बादल थे घेरे,
आप दोनों ही खड़े थे ढाल बन भगवान मेरे........-
पता है हमेशा मां का नाम पहले क्यूं लिया जाता है,
जैसे की, माता - पिता, मां - बाप।
क्योंकि मां सिर्फ जन्म ही नहीं देती,
मां अपनी हड्डियां भी तोड़ती है,
अपने बच्चो को जन्म देने के लिए।
(Read Caption👇🏻)-
दोहे
1 मात पिता हैं देव तुल्य,याद रखो ये बात।
इनके वन्दन से मिले,खुशियों की सौगात।।
2 काले बादल देखकर, मनवा नाचे मोर।
कानन में होने लगा, काक-पपीहा शोर।।
3 इतने सीधे मत बनो,ज्यों जंगल के पेड़ ।
सबसे पहले कटे वही,शेष बचें फिर टेड़।।-
221 1222 221 1222
हैं मात पिता जीवन आधार जरा समझो।
दिन रात लुटाते निश्छल प्यार जरा समझो।
अनमोल इन्हें दौलत की शान दिखा मत तू-
नादान तुम्हीं इनका संसार जरा समझो॥-