आज कुछ सहमी हुए, नजाने आज क्यों ये निगाहें अपनो से रूठी हुई है, हर वो शख्स मुझे क्यों तकलीफ देता है, जो मेरे लिए ख़ास है, लेकिन में उनकी नजर आम इँसान हूँ, जिन्हें में अपना मानती हूँ, ये मेरा वहम है की में उनके लिए ख़ास हूँ..!
जिनके लिए हम ख़ास नही,उनके लिए हमारा प्यार अहम है..!!
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