पलकों पर शाम सजाई है उनकी याद में इन आंखों ने कितनी रातें खोई है। इंतेज़ार खत्म होने कि घड़ी आई हैं उनके आने कि खबर जो आई है। आंखे तो यू ही भर आई हैं शायद इस दिल ने उनके आने ख़ुशी जताई है।
°•Khwab humne her wafao ke bune hain😘😙 °•Humne to teri raah ke kaate bhi chune hain😍😚 °•Per phool ban ke bhi tune kaaton ko panah di😯😕 °•Hum dono ke kisse me tisre ko jagah di❤💑❤
चंद फांसलो की ही दूरी , और उस तक पहुंचने की उसकी नामुमकिन कोशिशें अधूरी, खींच - तान करे डोर थामे इंतज़ार में वो खड़ी पर उसका खुद दो कदम आगे आना भी था ज़रूरी।।