कि बड़ा अजीब है वो,
मुझसे इश्क नहीं करता,
ये बात वो सबको बतलाता है,
फिर जाने क्यों सामने आते ही मेरे वो शर्मा जाता है,,
कि इश्क़ तो नहीं करता,
पर हक़ दोस्त से ज्यादा वाले जमाता है,,
और अगर मैं कहूं,
कि अगर लिखी जाए कोई कहानी मुझ पर,
तो मैं नायिका और तू नायक सा नज़र आता है,
यह सुनकर वो फिर हंस जाता है,
कि बड़ा अजीब है वो,
कहता है मुझसे इश्क तो नहीं करता,
पर हक़ सारे दोस्त से ज्यादा वाले जमता है,,...-
Just 23, Characterplayer
Ishq k kayi kisse sune hai
Tum koi nayi kahani likhoge kya
Khamosh labon se bhi
Izhare mahobbat karoge kya...-
मैं तो बस अपने ख्वाब लिखा करता था,
तुम हूबहू वैसी हो,
समझ नही आता ,
तुम मेरे ख्वाबों मे आया करती थी,
या खुद मेरे ख्वाबों से आई हो,.....-
तेरे होने से सारा जहाँ रोशन हो गया,
देखा जो उठा एक नज़र तूने,
महफ़िल जैसे शबाब हो गया,,
तेरी रंगीन अदाओं के तो पहले ही कायल थे,
सुना है,
तेरी तो ब्लैक एंड वाइट तस्वीर पर भी बवाल हो गया,,........-
इश्क़ मे हम मरहूम हो गए,
जैसे सारे शहर मे मशहूर हो गए,,
लोग कहते हैं, देखो उसका दीवाना जा रहा है,
महोब्बत में तो हम खुदका नाम भी भूल गए,,......
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कि कभी आँखें शरमाते हुए,
तो कभी एक हाथ लोगों से करते सवाल,
और दूसरे हाथों में मुट्ठी भींचे,लिए गुलाल,
वो ढूँढ़ते सुबह शाम से कर गयी,
मुठी भीचे तो रहे गुलाल,
मगर इंतज़ार मे बेरंग ही रहे उसके गाल,,....-
चलो आज तुम्हें कुछ सुनाता हूं,
एक प्यार भरा नगमा है,
जो तुम्हें याद कर गुनगुनाता हूं,,
खो जाता हूं यूं ही खुद में,
जब जब ज़िक्र तेरा लाता हूं,,
खुद से ही करके सवाल,
कि क्यों तुझे इतना चाहता हूं?
एक प्यार भरा नगमा है,
जो तुम्हें याद कर गुनगुनाता हूं,,..-
के खुद की मोहब्बत से ही डरने लगे हैं,
हम इश्क़ में तेरे कितने, निकम्मे होने लगे हैं,,
यूँ तो आबाद पहले भी न थे हम,
पर तुझसे इश्क़ करके बर्बाद होने लगे है हम,,....-
अब अपनी महोब्बत ज़माने को क्या समझाऊं,
सिर्फ एक तुम समझ जाओ इतनी सी ख्वाइश है,,-
तुम एक शाम लेकर आना,
वो रात आसमा बेचांद वाली होगी,,
की कोई बात नहीं तुमसे,
महोब्बत आँखों से बयां होगी,,
की ठहर जाए वो शाम उस पल में,
जो शाम तेरे साथ होगी,,
तुम एक शाम लेकर आना,
वो रात आसमा बेचांद वाली होगी,,....
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