"थोड़ी सहमी सी हु, थोड़ी बिखरी सी हु, कई उलझनों में उलझी सी हु, थोड़ी डरी सी हु, थोड़ी मुरझाइ सी हु, दिल में कुछ अरमान लिए, जिंदगी की तलाश में हु.....!!!"
सबसे छोटी थी घर में, पर सबकी लाड़ली थी , पापा को बहुत सताती थी..... पर सब बदल गया उस दिन,जिस दिन मां चली गई 🥺 बेटों का प्यार इक बेटी पे भारी पड़ गया..... फिर न कभी खुद की पसंद का कुछ न मिला ..... पापा का प्यार बस बेटों के लिए रह गया 😊 अकेली पड़ गई तब मैं फिर भी अब कोई शिकायत नहीं उनसे ...... Hero तो नहीं कह पाऊं कभी But I always love my FATHER क्योंकि बचपन के मीठे पल अब भी सोच कर खुश हो लेती हूं 😊 #father